विराट कोहली ने टेस्ट टीम की कप्तानी (Test team captaincy) को छोड़ने का एलान करते हुए अपनी बात रखी है. उन्होंने बताया है कि आख़िर सात सालों में बतौर टेस्ट कप्तान उनका अनुभव कैसा रहा है.
सोशल मीडिया पर शेयर किए गए पोस्ट में उन्होंने अपनी मेहनत, परिश्रम के ज़िक्र के अलावा महेंद्र सिंह धोनी, रवि शास्त्री और बीसीसीआई का भी ज़िक्र किया है.
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मेरी टेस्ट कप्तानी का यह अंत है
यह सात साल की मेहनत और परिश्रम था जिससे टीम को सही दिशा में ले जाया जा सके. मैंने अपना काम पूरी ईमानदारी से किया और कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी. हर चीज़ का एक दिन अंत आता है और मेरी टेस्ट कप्तानी (Test team captaincy) का यह अंत है. इस सफ़र में कई चढ़ाव आए तो कुछ उतार भी देखने को मिली.
— Virat Kohli (@imVkohli) January 15, 2022
लेकिन इसमें कभी भी मेहनत और विश्वास की कमी नहीं थी. मैं जो कर सकता था उसमें मैंने अपना 120 प्रतिशत दिया, और जो चीज़ मैंने नहीं की उसके बारे में मुझे पता था कि वो सही नहीं है. मेरे दिल में हमेशा से साफ़गोई रही और मैं अपनी टीम के प्रति बेईमान नहीं हो सकता.
मैं बीसीसीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं
विराट कोहली ने कहा कि उन्होंने मुझे इतने लंबे वक्त़ के लिए टीम का नेतृत्व करने का मौका दिया. और सबसे ज्यादा शुक्रिया मेरी टीम के साथियों का जिन्होंने पहले दिन से मेरे सपने को पूरा करने में मेरा साथ दिया और कभी साथ नहीं छोड़ा. आप लोगों ने इस सफ़र को खूबसूरत और यादगार बना दिया.
रवि भाई और सपोर्ट स्टाफ का शुक्रिया जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में हमारी गाड़ी को आगे बढ़ाने के इंजन के रूप में रहे. आप सबने इस सपने को हक़ीक़त में बदलने में बहुत अहम भूमिका निभाई. आखिर में एमएस धोनी का धन्यवाद जिन्होंने मुझमें एक कप्तान के तौर पर भरोसा दिखाया और यह विश्वास जताया कि मैं भारतीय क्रिकेट को आगे ले जा सकता हूं.