मधेपुरा (Madhepura News) में बेटा होने का सपना दिखाकर महिला से रेप करने वाला रेपिस्ट बाबा कभी डकैत भी रह चुका है. आलमनगर थाना क्षेत्र भागीपुर गांव निवासी कैलाश पासवान की ‘चिल्हका बाबा’ बनने की कहानी बड़ी रोचक है. शुरू से आशिक मिजाज कैलाश को कभी पहलवानी का भी शौक था. उसके पास एक घोड़ा भी था, जिस पर वो बड़ी शान से घुमा करता था. 2-3 महीने पहले ही उसने घोड़े को बेच दिया.
नि:संतान दंपतियों को संतान होने का झांसा देकर उनसे अच्छी-खासी रकम ऐंठता था और पूजा की आड़ में वो महिलाओं को अपना शिकार बनाता था. कैलाश पासवान का भंडाफोड़ होने के बाद गांव के लोग भी उसके बारे में खुलकर बातें करने लगे हैं.
1990 में डकैती के आरोप में हुआ था गिरफ्तार
मधेपुरा (Madhepura News) जिले के बेलदौर के एक प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक व आलमनगर के भागीपुर निवासी स्व. अतरूप पासवान के 6 पुत्रों में सबसे छोटा कैलाश पासवान का तंत्र साधना के दम पर ‘चिल्हका बाबा’ बनने की कहानी परत-दर-परत खुलने लगी है. गांव के ही अंबिका पासवान के घर में वर्ष 1988-89 में डकैती करने के आरोप में कैलाश पांच साल से अधिक समय तक जेल की सजा काट चुका है.
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ग्रामीण बताते हैं कि वर्ष 1990 के दौर में हर किसी के घर में टीवी नहीं होता था.उस समय भागीपुर गांव (Madhepura News) के ही अंबिका पासवान के पुत्रों ने पंजाब से टीबी खरीदकर लाया था. जिसकी चर्चा गांव में खूब होती थी. लोग टीवी देखने उनके घर जाते थे. लेकिन एक दिन उनके घर टीवी समेत उस समय के अन्य महंगे सामान की डकैती हो गई. जिसमें कैलाश पासवान भी आरोपी था. मामले में उसने पांच साल जेल भी काटी.
निःसंतान को तंत्र के माध्यम से बच्चा पैदा कराने का करता था दावा
लोगों की मानें तो आशिक मिजाजी के कारण कैलाश की नजर हमेशा महिलाओं पर रहती थी. इस कारण से निःसंतान महिलाओं से अपने इलाज और तंत्र के माध्यम से बच्चा पैदा करा देने का दावा करने लगा. इस बीच कथित तौर पर कुछ महिलाओं को बच्चा पैदा भी हुए. लेकिन शुरुआत के दिनों में उसका यह काम गुप्त रूप से होता था. लेकिन धीरे-धीरे जब उसका नाम फैलने लगा तो उसने अपने घर पर पूजा घर बनवाया और ‘चिल्हका’ स्थान की स्थापना की.
चिल्हका को मिथिलांचल में बच्चा कहा जाता है. इसके बाद उसके घर पर आए दिन दूर-दूर से निःसंतान दंपती आने लगे. इनमें से कई महिलाओं के बच्चे भी हुए. बताया जाता है कि जिन दंपतियों के इलाज और तंत्र साधना से कथित तौर पर संतान हो जाती थी, कैलाश उनकी फोटो खिंचवाकर रख लेता था. उस फोटो के पीछे दंपती का नाम-पता लिखकर रखता था. जब कोई नया दंपती उसके पास आता, तो कैलाश उन्हें उन फोटो को दिखाकर झांसे में लेता था. गुरुवार को जब पुलिस ने उसके पूजा घर पर छापा मारा, तो उस वक्त भी वहां कई दर्जन दंपतियों की फोटो मिली.
बच्चा नहीं होने पर कटिहार के दंपती को लौटाना पड़ा था रुपया
लोगों का कहना है कि निःसंतान दंपती की हैसियत के अनुसार कैलाश उनसे वसूलता था. किसी-किसी से 51 हजार रुपए तक लिए थे. इसमें से कुछ रुपए पहले और कुछ काम होने का बाद लेता था. आसपास के लोगों की माने तो संभवतः दिसंबर में कैलाश के घर पर विवाद भी हुआ था.
उस वक्त कटिहार जिले के एक दंपती ने लगातार आने के बाद भी बच्चा नहीं होने पर अपने रुपए वापस मांग लिए थे. बहरहाल, पूर्णिया जिले के रुपौली थाना क्षेत्र की महिला द्वारा कैलाश पासवान पर दुष्कर्म का केस किए जाने के बाद से वह फरार है. जबकि पुलिस ने महिला के कपड़े फॉरेंसिक जांच के लिए साक्ष्य के तौर पर रख लिए हैं. साथ ही महिला को मेडिकल जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है.