बीते सप्ताह एनडीए से अलग होकर बिहार की नई सरकार बनाने वाले नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मंगलवार कैबिनेट विस्तार किया. राज्यपाल फागू चौहान ने सभी मंत्रियों को राजभवन में शपथ दिलाई. राज्यपाल ने सबसे पहले एक साथ पाँच-पाँच विधायकों को मंत्रीपद की शपथ दिलाई. इनमें आरजेडी से आलोक मेहता, तेज प्रताप यादव, कांग्रेस से मोहम्मद अफ़ाक़ आलम और जेडीयू के विजय चौधरी, विजेंद्र प्रसाद यादव ने भी शपथ ली.
शपथग्रहण के दौरान नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों ही मंच पर मौजूद रहे.
नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने बीते सप्ताह बुधवार को मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. नीतीश कुमार आठवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री बने हैं. आरजेडी की ओर से सबसे बड़ा चेहरा तेज प्रताप यादव ही थे, जिन्हें मंत्री पद मिलने पर अब तक सस्पेंस बना हुआ था. लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव 2015 में बनी महागठबंधन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं.
इसके बाद जेडीयू के श्रवण कुमार, लेशी सिंह, अशोक चौधरी, और चार दशक से विधायक रहे आरजेडी नेता रामानंद यादव के साथ ही सुरेंद्र यादव ने भी मंत्रीपद की शपथ ली. रामानंद यादव के ऊपर आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. वहीं, पति की मौत के बाद सियासत में आई लेशी सिंह नीतीश कुमार की करीबी मानी जाती हैं.
जेडीयू से मदन सहनी को भी जगह
नीतीश कुमार की नई टीम में जेडीयू से मदन सहनी को भी जगह दी गई है. सहनी को भी नीतीश कुमार का करीबी और जेडीयू का अति पिछड़ा चेहरा भी माना जाता है. मदन सहनी के अलावा जेडीयू कोटे से संजय झा को भी दोबारा मंत्री बनाया गया है. छह बार के विधायक आरजेडी नेता ललित यादव, आरजेडी कोटे से कुमार सरबजीत और जीतन राम मांझी के बेटे संतोष मांझी ने हम पार्टी के कोटे से मंत्रीपद की शपथ ली.