नीतीश कैबिनेट (Nitish Cabinet) में 31 मंत्रियों ने शपथ ली हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महागठबंधन सरकार में सामाजिक समीकरण को विशेष ध्यान रखा है. उसी के हिसाब से जातियों को भी फिट करने की कोशिश की है. ओबीसी-ईबीसी से सबसे ज्यादा 17, दलित और मुस्लिम से 5-5 मंत्री बनाया गए हैं. एनडीए गठबंधन की तुलना में इस बार अगड़ी जातियों का प्रतिनिधित्व घटा है. आधे मंत्री कम हो गए हैं. पिछली बार 11 मंत्री अपर कास्ट के थे, जो इस बार घटकर 6 रह गए हैं. वहीं, पिछली बार 13 मंत्री OBC-EBC से थे, जबकि मुस्लिम 2 थे.
मंत्रिमंडल में सभी जातियों को प्रतिनिधित्व दिया गया है. हालांकि सबसे ज्यादा यादव जाति के 8 विधायक इस बार मंत्रिमंडल में शामिल हैं. आरजेडी की तरफ से 7 और जदयू की तरफ से एक यादव विधायक मंत्री बने हैं, पिछले मंत्रिमंडल में इस जाति से सिर्फ 2 मंत्री थे. इस बार राजपूत जाति से सिर्फ 2 मंत्री बने हैं, जबकि एनडीए गठबंधन में 5 राजपूत शामिल थे. वहीं पिछली बार की तुलना में इस बार ब्राह्मण मंत्री 2 कम हो गए हैं. सिर्फ एक को ही बनाया गया है.
सबसे ज्यादा आरजेडी से 6 यादव मंत्री बने
कैबिनेट में (Nitish Cabinet) महागठबंधन के घटक दल आरजेडी ने सबसे ज्यादा तरजीह यादव जाति को दिया है. इस जाति से 6 लोग मंत्री बने हैं. आरजेडी के कुल 16 मंत्री हैं. उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, सुरेंद्र यादव, ललित यादव, रामानंद यादव, चंद्रशेखर, जितेंद्र राय को मंत्री बनाया गया है. जदयू से विजेंद्र यादव मंत्रिमंडल में शामिल हुए हैं.
वहीं, दूसरे नंबर पर कैबिनेट में (Nitish Cabinet) आरजेडी ने तीन मुस्लिम चेहरों को मंत्री पद की शपथ दिलाई है. इसमें AIMIM से आरजेडी में शामिल हुए मोहम्मद शाहनवाज को मंत्री बनाया गया है. इसके साथ ही इसराइल मंसूरी और शमीम अहमद को भी मंत्री पद दिया गया है.
अगड़ी जाति से दो लोगों को बनाया गया है मंत्री
आरजेडी ने अगड़ी जाति से 2 लोगों को मंत्री बनाया है. इसमें आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के पुत्र सुधाकर सिंह राजपूत समुदाय से आते हैं. वही, बाहुबली नेता अनंत सिंह के करीबी कार्तिक सिंह भूमिहार हैं. दलित समुदाय से आरजेडी ने सुरेंद्र राम और कुमार सर्वजीत को मंत्री बनाया गया है. अति पिछड़ा से अनीता देवी और वैश्य समाज से समीर महासेठ को मंत्री बनाया गया है.
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विजय चौधरी भूमिहार समाज से आते हैं
जेडीयू की बात करें तो जेडीयू ने किसी भी जाति को ज्यादा जगह नहीं दिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुर्मी जाति से आते हैं तो उन्होंने अपनी ही जाति से एक और मंत्री बनाया है श्रवण कुमार को. नीतीश कुमार ने अगड़ी जाति के 3 लोगों को प्रतिनिधित्व दिया है. इसमें विजय चौधरी भूमिहार समाज से आते हैं. संजय कुमार झा ब्राह्मण जाति से आते हैं. लेसी सिंह राजपूत जाति से आती हैं.
अति पिछड़ा वर्ग से दो मंत्री बने
जेडीयू तरफ से यादव मंत्री के रूप में विजेंद्र यादव एक बार फिर से मंत्री पद की शपथ लिए हैं. नीतीश कुमार ने अपने एकमात्र मुस्लिम चेहरे जमा खान को फिर से शपथ दिलाया है. जयंत राज कुशवाहा और शीला मंडल धानुक समाज से आती हैं, इन्हें भी दोबारा मंत्री बनाया गया है. वहीं, अति पिछड़ा के तौर पर मदन सहनी तो दलित समुदाय से सुनील कुमार और अशोक चौधरी मंत्री बने हैं.
संतोष कुमार सुमन एक बार फिर से मंत्री बने
कांग्रेस की तरफ से दलित समुदाय से मुरारी गौतम को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है और मुस्लिम चेहरे के तौर पर अफाक अहमद को मंत्री बनाया गया है. जीतन राम मांझी की पार्टी हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन एक बार फिर से मंत्री बने हैं. यह महा दलित समाज से आते हैं. निर्दलीय के तौर पर सुमित कुमार सिंह ने एक बार फिर से शपथ लिया है जो राजपूत समुदाय से आते हैं.