पूर्णिया रेलवे स्टेशन से जीआरपी ने फर्जी पुलिस (fake police) को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी पुलिस की वर्दी में ट्रेन और प्लेटफार्म पर पैसेंजरों से रुपए वसूलता था. रुपए नहीं देने वाले यात्रियों के मोबाइल भी ले लेता था.
पुलिस ने आरोपी के पास से रेलवे पुलिस का बैच, फर्जी आईडी कार्ड, रेलवे पुलिस की वर्दी, बेल्ट और अन्य कई सामान बरामद किया है. आरोपी का नाम सचिन कुमार मेहता (26) है. रेलवे पुलिस ने फर्जी रेलवे पुलिस को पूछताछ के बाद कटिहार जेल भेज दिया है.
दो साल पहले हुई थी शादी
आरोपी सचिन के पिता रवींद्र मेहता ने पुलिस को बताया कि उसकी शादी दो साल पहले हुई है. कटिहार स्थित रेलवे पुलिस में नौकरी लग गई है. यह कहकर ससुराल वाले को झांसा दिया और फिर शादी की.
सचिन दो साल से कटिहार के मिरचाईबाडी में पत्नी के साथ किराए के मकान में रहता है. रवींद्र मेहता ने बताया कि सचिन हर रोज पुलिस की वर्दी पहनकर ड्यूटी करने कटिहार रेलवे स्टेशन चला जाता था. सचिन की पत्नी करीब 7 महीने की गर्भवती भी है.
एक साल से कर रहा था ठगी
पूर्णिया जंक्शन के GRP थानाध्यक्ष लल्लू सिंह ने बताया कि आरोपी मधेपुरा जिले के उदाकिशनगंज थाना क्षेत्र के मधुबन का रहने वाला है. पूछताछ में आरोपी सचिन ने बताया कि गरीब परिवार से है. मजदूरी कर परिवार चलाता था. अमीर बनने का ख्वाब देखने लगा.
आरोपी ने पुलिस को यह भी बताया कि किसी ने उसे रेलवे में फर्जी पुलिस (fake police) बनने की सलाह दी. इसके बाद रेलवे पुलिस की वर्दी चोरी की. फिर रेलवे पुलिस की वर्दी पहनकर ट्रेन में ठगी-छिनतई करने लगा. पुलिस ने बताया कि सचिन करीब एक साल से रेलवे का फर्जी पुलिस बनकर लोगों को चूना लगा रहा था.
ट्रेन और रेलवे स्टेशन पर करता था वसूली
थानाध्यक्ष लल्लू सिंह ने बताया कि सचिन पुलिस की वर्दी में चलती ट्रेन में चढ़ जाता. यात्रियों से फोन करने के बहाने से मोबाइल लेता था, लेकिन पैसेंजर को लौटाता नहीं था. ट्रेन कहीं धीमी होती थी तो वह मोबाइल लेकर ट्रेन से कूद जाता था. यात्रियों को डरा धमका कर रुपए भी वसूलता.
ऐसे खुली पोल
थानाध्यक्ष लल्लू सिंह ने बताया कि कुछ दिन पहले कटिहार रेलवे स्टेशन पर रील्स बनाने के बहाने एक पैसेंजर से मोबाइल ले लिया. पैसेंजर को चकमा देकर मोबाइल लेकर भाग गया. पैसेंजर ने कटिहार रेलवे थाने में शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई.
मंगलवार को पूर्णिया जंक्शन पर दिल्ली से जोगबनी जाने वाली सीमांचल एक्सप्रेस से जैसे ही उतरा, वैसे ही रेलवे पुलिस की उस पर नजर पड़ गई. थानाध्यक्ष ने पूछताछ की तो उन्होंने अपने आप को कटिहार रेलवे पुलिस का जवान बताया. जब सख्ती से पूछताछ की गई तो सारे राज उगल दिया.
फर्जी आईडी कार्ड भी बरामद
पुलिस ने जब सचिन की तलाशी की तो देखकर हैरान रह गई. सचिन के पास से रेलवे पुलिस का आईकार्ड मिला, जिसपर कटिहार रेलवे पुलिस SSP का फर्जी दस्तखत और मुहर लगा था. थानाध्यक्ष ने बताया कि छीने गए मोबाइल को कटिहार स्थित एक दुकान में बेच देता था. पुलिस ने छिनतई के सभी मोबाइल भी बरामद कर लिया है.