द भारत: पटना, जाति आधारित गणना का दूसरा फेज 15 अप्रैल से शुरू होगा. इस दाैरान प्रगणक 17 सवाल पूछेंगे. इसमें परिवार के सदस्यों का नाम, पिता या पति का नाम, परिवार के प्रधान से संबंध, आयु, लिंग, वैवाहिक स्थिति, धर्म, जाति का नाम, शैक्षणिक योग्यता, कार्यकलाप, आवासीय स्थिति, अस्थायी प्रवासी, कम्यूटर या लैपटॉप, मोटरयान, कृषि भूमि, आवासीय भूमि, सभी स्रोत से मासिक आय शामिल होगा.
यह जानकारी सही है और किसी अन्य जगहों पर परिवार के सदस्यों की गिनती नहीं हुई है, इसकी घोषणा परिवार के मुखिया करेंगे.
अधिकारियों के मुताबिक पहले चरण में गिने गए मकानों के सीरियल नंबर के आधार पर दूसरे चरण की गणना होगी. इस दौरान भी ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन गणना का कार्य किया जाएगा. यानी, एक पेज में परिवार की पूरी जानकारी ली जाएगी. इस परिवार के मुखिया से हस्ताक्षर कराने के बाद ऑन लाइन डेटा के साथ हस्ताक्षर वाला कागजात अपलोड किया जाएगा ताकि भविष्य में किसी तरह का विवाद होने पर सही जानकारी उपलब्ध कराई जा सके.
गणनाकर्मियों की 18 और 19 मार्च को ज्ञान भवन में होगी ट्रेनिंग: दूसरे फेज की गणना ससमय पूरा कराने के लिए अधिकारियों को बिपार्ड में ट्रेनिंग दी जा रही है. 16 मार्च तक अपर समाहर्ता, जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी और आईटी मैनेजर की ट्रेनिंग होगी.
इसके बाद 18 और 19 मार्च को पटना के ज्ञान भवन में सीओ, बीडीओ, नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारियों को ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके बाद 20 से 25 मार्च तक जिला स्तरीय प्रशिक्षण होगा. 26 मार्च से 11 अप्रैल तक चार्ज स्तर पर प्रगणक को ट्रेनिंग दी जाएगी.
तकनीकी गड़बड़ी दूर करने का निर्देश: जाति आधारित गणना के दूसरे फेज का ट्रायल पूरा हो गया है. पटना जिला के बाढ़ नगर परिषद समेत छह जिलों के प्रखंडों के 42 गणना ब्लॉक और उप ब्लॉक में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा बनवाए जाने वाले गणना एप ट्रायल किया गया. इस दौरान डेटा अपलोडिंग करने सहित अन्य छोटी तकनीकी गड़बड़ी सामने आई है.
विभाग के द्वारा एप तैयार करने वाले बेलट्रॉन के इंजीनियरों को तत्काल दुरूस्त करने का निर्देश दिया गया है. ताकि, 15 अप्रैल से 15 मई तक दूसरे फेज की गणना के दौरान किसी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े. पहले चरण की गणना के अनुसार पटना जिले के कुल आबादी 73,52,729 है.