JDU MLC राधाचरण साह (सेठ) और उनके पार्टनर अशोक प्रसाद के 24 से अधिक ठिकानों पर ED की रेड चल रही है. ईडी ने बिहार, झारखंड पश्चिम बंगाल और ओडिशा के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. भोजपुर में राधाचरण के बाबू बाजार स्थित आवास पर ED की टीम के साथ CRPF के जवान मौजूद हैं.
इसी साल फरवरी में भी पटना से लेकर दिल्ली तक के कई ठिकानों पर छापेमारी हुई थी. इस दौरान 200 करोड़ से अधिक की गड़बड़ी का आयकर विभाग ने खुलासा किया था. राधा चरण सेठ लंबे समय से बालू सिंडिकेट से जुड़े रहे हैं.
ये भी पढ़ें..
- By Election 2024 : बिहार समेत सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर मतदान आज, 13 को आएंगे नतीजे
- Rbi Warns Microfinance Banks : आरबीआई ने किया आगाह, यूपी-बिहार वालों को कम लोन बांटो
जलेबी की दुकान से शुरुआत, आज बड़ा होटल कारोबार
जदयू एमएलसी (JDU MLC) के मुताबिक, 1971 में जलेबी बेचने का काम करते थे. यह काम पहले उनके पिता संभालते थे. इसके बाद होटल धीरे-धीरे शुरू किया. इस समय एमएलसी के पास दुकान, राइस मिल, कोल्ड स्टोर आदि हैं. मनाली में ही उनका रिसॉर्ट है. राधाचरण के मुताबिक, मेहनत और ईमानदारी के बल पर यहां तक पहुंचे हैं. स्टेट बैंक, ग्रामीण बैंक, पीएनबी बैंक से हमने लोन लिया है. हमको नहीं समझ आ रहा कि हमने कहां गड़बड़ी की है.
सीबीआई ने पूछी थी- जलेबी बनाने से MLC बनने की कहानी
भोजपुर जिले आरा-बक्सर के विधान पार्षद राधाचरण साह (सेठ जी) से आयकर विभाग के अफसरों ने जलेबी बेचने से लेकर एमएलसी बनने तक की पूरी कहानी जानी थी. राधाचरण साह प्रदेश के बड़े बालू कारोबारी हैं. उनके देश के कई हिस्सों में संपत्ति है.