महागठबंधन से नाता तोड़ने के एक सप्ताह बाद पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi ) एनडीए में शामिल हो गए. यह फैसला दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात के बाद लिया. मुलाकात के दौरान जीतन राम मांझी के बेटे और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन भी साथ थे.
जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi ) मंगलवार को ही बिहार के राज्यपाल से मिलकर नीतीश सरकार से समर्थन वापस लिया था. हम पार्टी के चार विधायक हैं. फिर मांझी अपने बेटे के साथ बीजेपी के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने रवाना हो गए थे.
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45 मिनट तक चली चर्चा
बुधवार को मुलाकात का समय अमित शाह ने दिया था. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संतोष कुमार सुमन की अमित शाह से मुलाकात 45 मिनट तक चली है. इस दौरान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भी मौजूद रहे.
जीतन राम मांझी का कहना है कि वे अपनी पार्टी का विलय नहीं कर सकते थे. इसलिए बड़ा फैसला लिया. तब बेटे संतोष सुमन का इस्तीफा कराया और महागठबंधन से भी हम अलग हो गए. इस बात की चर्चा खूब है कि जीतन राम मांझी को कहीं का राज्यपाल बनाया जाएगा और उनके बेटे संतोष सुमन को गया से टिकट दिया जाए.