सहारा इंडिया (Sahara India) से जुड़े लाखों निवेशकों के लिए अच्छी और राहत देने वाली खबर सामने आई है. निवेशकों के फंसे पैसे वापस दिलाने के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ी पहल शुरू की है. सरकार के स्तर पर निवेशकों का पैसा दिलाने के लिए एक ऑनलाइन प्लेटफार्म तैयार किया गया है. जिसके माध्यम से निवेशकों का पैसा मिलने में आसानी हो सकेगी.
क्या तैयारी है अमित शाह की
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह सहारा रिफंड पोर्टल का उद्घाटन मंगलवार को दिल्ली में करने वाले हैं. इस वेबसाइट को अमित शाह मंगलवार को अटल ऊर्जा भवन में लांच करेंगे. इस ऑनलाइन वेबसाइट के माध्यम से उन निवेशकों के पैसे वापस मिलेंगे. जिनके निवेश की अवधि पूरी हो चुकी है, लेकिन सहारा की तरफ से सेबी में पैसे फंसे होने का बहाना बनाकर रिफंड नहीं किया गया है.
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सहारा में अपने पैसे का रिफंड के लिए वेबसाइट पर क्लिक करें?
सहारा इंडिया (Sahara India) के जो निवेशक है उनके लिए भारत सरकार ने सहारा रिफंड पोर्टल नाम से एक पोर्टल यानी वेबसाइट बनवाया हैं. जिसके माध्यम से निवेशकों को पूरी जानकारी मिलेगी कि कैसे आवेदन करने हैं. और पूरी प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ेगी. दरअसल सहारा इंडिया के खिलाफ के लाखों निवेशकों ने केंद्र सरकार सहित अन्य स्तर पर मैच्योरिटी पूरी होने के बावजूद पैसा न मिलने की शिकायतें लगातार आ रही थीं.
निवेशकों की तरफ से आंदोलन औऱ धरना प्रदर्शन आदि भी खूब किए गए. उच्च स्तर पर फैसला लेने के बाद निवेशकों का पैसा वापस कराने का निर्णय और एक ऑनलाइन प्लेटफार्म तैयार करने की बात कही गई. जिसके बाद अब सहकारिता विभाग के स्तर पर एक वेबसाईट सहारा रिफंड पोर्टल के नाम से बनवाया गया है जिसे अमित शाह शुरू करेंगे.
पैसे को लेकर चल रहे विवाद पर सेबी ने क्या कहा?
उल्लेखनीय है कि सहारा इंडिया (Sahara India) और सेबी के बीच काफी समय से पैसे को लेकर विवाद चल रहा है. साल 2009 में जब सहारा की दो कंपनियां सहारा हाउसिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड व सहारा इंडिया रियल एस्टेट कॉर्पोरेशन ने अपना आईपीओ लाने की पेशकश की थी, तभी आईपीओ के आते ही सहारा की गड़बड़ियों की पोल खुलने की शुरुआत हो गई थी. यह बात भी सेबी के सामने ये आई कि सहारा समूह ने गलत औऱ मनमाने तरीके से 24 हजार करोड़ की रकम जुटाई थी.
सेबी ने बाद में इसकी विस्तार से जांच कराई तो बड़ी अनियमितता सामने आई. इसके बाद सेबी ने सहारा समूह (Sahara India) से निवेशकों का पैसा ब्याज सहित लौटाने को कहा था. सहारा की तरफ से ऐसा नहीं किया गया और लाखों निवेशकों को परेशानियों का लगातार सामना करना पड़ा. अब जाकर एक उम्मीद जगी है कि केंद्र सरकार के इस कदम से फंसा पैसा वापस हो सकेगा.