Manipur violence: मणिपुर के यौन उत्पीड़न वाले वायरल वीडियो मामले में सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई में वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल हिंसा का शिकार हुई महिलाओं की पैरवी कर रहे हैं. वहीं सरकार की पैरवी सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता कर रहे हैं.
प्रतिष्ठित न्यूज़ एजेंसी बीबीसी के सहयोगी पत्रकार सुचित्र मोहंती के मुताबिक़, महिलाओं की ओर से पेश हुए कपिल सिब्बल ने सीबीआई जांच और केस को असम ट्रांसफर करने का विरोध किया है. वहीं, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा है कि “हमने कभी केस को असम ट्रांसफ़र करने की मांग नहीं की थी. हमने ये ज़रूर कहा था कि मामले की जांच मणिपुर से बाहर हो, लेकिन असम में हो ये हमने कभी नहीं कहा.”
चीफ़ जस्टिस डी.वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली बेंच ने मेहता से पूछा है, “इन तीन महिलाओं का वीडियो यौन Manipur violence: उत्पीड़न का एकमात्र उदाहरण नहीं है और ऐसी कई घटनाएं हुई हैं, इन 3 महिलाओं को न्याय मिले, लेकिन हमें मणिपुर में महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा के व्यापक मुद्दे को भी देखना होगा. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि जिन मामलों में शिकायतें आदि दर्ज की गई हैं, उन पर कार्रवाई हुई हो. हमें बताएं कि महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा पर कितनी एफआईआर दर्ज की गईं?”
सिब्बल ने कहा कि एक महिला के पिता और भाई की कथित तौर पर हत्या कर दी गई और हमें अब तक ये नहीं पता कि उनके शव कहां हैं. राज्य का काम है कि लोगों को सुरक्षा मिले