द भारत: Vande Bharat Sleeper Trains: भारतीय रेलवे अपनी प्रीमियम ट्रेनों की सुविधा देने के क्रम में लोकप्रिय वंदे भारत एक्सप्रेस का नया स्लीपर वर्जन जल्द लाने के लिए तैयार है. यह प्रोजेक्ट एसी चेयर कार वंदे भारत एक्सप्रेस की सफलता के बाद आया है जो यात्रियों को रात की यात्रा के दौरान आरामदायक नींद लेने का मौका देगा. बता दें कि वर्तमान में चल रही वंदे भारत दिन में ट्रैवल करती है, जबकि वंदे भारत स्लीपर को लंबे रूट पर रात में यात्रा के लिए भी चलाया जा सकेगा. वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें राजधानी ट्रेनों की जगह ले सकती हैं. रेलवे का अनुमान है कि अगले 24 महीनों में वंदे भारत स्लीपर ट्रेन का संचालन शुरू हो सकता है.
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200 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट बनाने की हो रही पहल
रेल विकास निगम लिमिटेड (RVNL) में जीएम मैकेनिकल आलोक कुमार मिश्रा ने टीओआई को इंटरव्यू में बताया कि वंदेभारत स्लीपर ट्रेन को लेकर तेज गति से काम चल रहा है. वर्तमान में चेन्नई में स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में एक प्रोटोटाइप स्लीपर वंदे भारत ट्रेन बनाने पर काम चल रहा है. इसे लगभग 24 महीनों में तैयार कर लेने की उम्मीद है. इसके अलावा 200 वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सेट बनाने की महत्वपूर्ण पहल चल रही है.
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अगले दो वर्षों के भीतर इन ट्रेनों को बनाकर तैयार करने की योजना
रेल विकास निगम लिमिटेड रूस की कंपनी टीएमएच के साथ लातूर में रेलवे की कोच फैक्ट्री में 120 वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के निर्माण की प्रक्रिया में शामिल है. जबकि, टीटागढ़ वैगन्स और भेल (BHEL) मिलकर बाकी 80 ट्रेन का निर्माण कर रहे हैं. इस तरह कुल 200 वंदेभारत स्लीपर ट्रेनों को बनाए जाने की प्रक्रिया प्रगति पर है. आरवीएनएल-टीएमएच ने प्रति ट्रेन सेट 120 करोड़ रुपये की कीमत बताकर कॉन्ट्रैक्ट हासिल किया है. 35,000 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट में 12 RVNL में जीएम मैकेनिकल आलोक कुमार के अनुसार प्रोजेक्ट अगस्त के अंत तक शुरू हो जाएगा और अगले दो वर्षों के भीतर इन ट्रेनों को बनाकर तैयार करने की योजना है.
उन्होंने कहा कि स्लीपर वंदे भारत ट्रेनों की शुरूआत का उद्देश्य यात्रियों को रात में आरामदायक और तेज यात्रा की सुविधा देना है. ऐसा अनुमान है कि यह नई स्लीपर ट्रेनें राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों की जगह ले सकती हैं.