Independence Day: देश मंगलवार को 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर 10वीं बार तिरंगा फहराया. इस दौरान 21 तोपों की सलामी दी गई.
इस दौरान उन्होंने मणिपुर हिंसा का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि पिछले कुछ सप्ताह विशेषकर मणिपुर में जो हिंसा का दौर चला कई लोगों का अपना जीवन खोना पड़ा. मां-बेटियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ हुआ. लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं.
उन्होंने कहा देश मणिपुर के लोगों के साथ है. देश मणिपुर के लोगों को पिछले कुछ दिनों से जो शांति बनाए रखी है, उस शांति के पर्व को आगे बढ़ाएं. शांति से ही इसका रास्ता निकलेगा. राज्य और केंद्र सरकार मिलकर इन समस्याओं के समाधान के लिए भरपूर प्रयास कर रही हैं.
मोदी के भाषण की बड़ी बातें
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Independence Day: पीएम ने कहा, जनसंख्या की दृष्टि से भी हम नंबर एक देश हैं. इतना विशाल देश, के हमारे परिवारजन आज हम आजादी का पर्व मना रहे हैं. कोटि-कोटि जनों को देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, सम्मान करने वाले कोटि-कोटि जनों को मैं इस पर्व की अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं.
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मेरे परिवारजन पूज्य बापू के नेतृत्व में जिन लोगों ने बलिदान दिए, ऐसे अनगिनत वीरों को मैं नमन करता हूं. उस पीढ़ी में शायद ही कोई व्यक्ति होगा, जिसने अपना योगदान न दिया होगा. जिन जिन ने योगदान दिया है, बलिदान दिया है, त्याग किया है, तपस्या की है. उन सभी को आदर पूर्वक नमन करता हूं.
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इतिहास का प्रभाव सदियों तक रहता है. शुरुआत में यह छोटा लगता है. लेकिन वो आगे अनेक समस्याओं की जड़ बन जाती है। हजारा साल पहले इस देश पर आक्रमण हुआ. लेकिन तब यह पता तक नहीं था कि एक घटना देश को गुलामी की बेडि़यों में जकड़ लेगा. वो कैसा हिन्दु़स्तान होगा.
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मेरे परिवारजनों गड्ढा कितना छोटा ही हो वह एक समय नुकसान पहुंचाता है. लेकिन देश के वीरों ने बलिदान देकर मां भारती को आजाद कराया. देश की नारी, युवा, गांव के मजदूर हर किसी ने आजादी को जिया है. अपनी जवानी खपाई है.
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त्याग और तपस्या का वह व्यापक रूप 1947 में हमें आजादी के तौर पर मिला. आज अमृतकाल का कालखंड हम जो करेंगे, आने वाले एक हजार साल का स्वर्णिम काल को अंकुरित करने वाली है.
कई सरपंच, सेंट्रल विस्टा के श्रम योगी और कपल्स भी शामिल होंगे
Independence Day: इस बार कार्यक्रम में देशभर से 1800 विशेष अतिथियों को भी बुलाया गया है. ये सभी अपनी पत्नियों के साथ शामिल होंगे. इसमें 400 सरपंच, 250 लोग किसानों के लिए सामान बनाने वाले संगठन से, 50-50 लोग प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम और प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जबकि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट से 50 श्रम योगी रहेंगे.
साथ ही कार्यक्रम में खादी वर्कर्स, सीमाओं पर रोड बनाने वाले, अमृत सरोवर बनाने वाले, प्राइमरी स्कूल टीचर्स, नर्स और मछुआरे भी शामिल होंगे. हर राज्य और केंद्र शासित प्रदेश से 75 कपल्स को उनके पारंपरिक परिधान में बुलाया गया है.
मोदी ने एक साल में दो बार लाल किले पर झंडा फहराया था
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालकिले पर एक साल में दो बार तिरंगा फहराकर इतिहास रचा था. 2018 में आजाद हिंद सरकार की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर लाल किले में खास कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें मोदी ने साल में दूसरी बार लाल किले पर तिरंगा फहराया था.