Aditya-L1 Launching Date: चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के सप्ताह भर बाद इसरो ने सूर्य मिशन को लॉन्च करने की घोषणा कर दी है. इसरो ने कहा है कि 2 सितंबर को सूर्य का अध्ययन करने के लिए आदित्य-L1 मिशन को लॉन्च किया जाएगा. उधर, चंद्रमा की सतह पर चलकर वैज्ञानिक साक्ष्य कलेक्ट कर रहे प्रज्ञान रोवर को 27 अगस्त को बड़े गड्ढे का सामना करना पड़ा, जिसके बाद उसे वापस लौटकर दूसरे रास्ते से जाने के लिए कमांड दी गई.
इसरो ने सूर्य मिशन को लेकर कहा है
इसरो ने सूर्य मिशन को लेकर कहा है कि 2 सितंबर को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में स्थिति भारतीय अंतरिक्ष केंद्र से सूर्य का अध्ययन करने वाले पहले अंतरिक्ष आधारित भारतीय मिशन आदित्य-L1 को लॉन्च किया जाएगा. इसरो ने कहा कि PSLV-C57/आदित्य-L1 मिशन सूर्य का अध्ययन करने वाले अंतरिक्ष मिशन आदित्य-L1 का लॉन्च सुबह 11:50 बजे निर्धारित है.
क्या करेगा आदित्य-L1
आदित्य-L1 मिशन की लॉन्चिंग डेट और टाइम निर्धारित करने पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायणन ने कहा कि यह एक स्टडी प्रोजेक्ट है, वे 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर (सूर्य) का अध्ययन करने जा रहे हैं. यह एक अच्छी परियोजना है. वहीं, इसरो ने कहा कि आदित्य-एल1 सूर्य का अध्ययन करने में मदद करेगा और इसे सूर्य-पृथ्वी प्रणाली के एल1 के चारों ओर एक प्रभामंडल कक्षा में स्थापित करने की योजना है. इसरो ने एक्स पर एक पोस्ट के जरिए दर्शकों से कहा है कि यदि वह आदित्य-L1 की लॉन्चिंग को अंतरिक्ष केंद्र से देखना चाहते हैं तो उन्हें लिंक दिया जा रहा है, जिस पर उन्हें रजिस्ट्रेशन करना होगा. इस लिंक के जरिए 29 अगस्त को दोपहर 12 बजे से रजिस्ट्रेशन किए जा सकते हैं.
आदित्य- L1 मिशन के उद्देश्य
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ऊपरी सौर वायुमंडलीय (क्रोमोस्फीयर और कोरोना) गतिशीलता का अध्ययन
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क्रोमोस्फेरिक और कोरोनल हीटिंग का अध्ययन.
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आयोनाइज्ड प्लाज्मा की भौतिकी, कोरोनल द्रव्यमान इजेक्शन की शुरुआत और फ्लेयर्स का अध्ययन.
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सूर्य से कण गतिशीलता के अध्ययन के लिए डेटा प्रदान करने वाले इन-सीटू कण और प्लाज्मा वातावरण का निरीक्षण करना
- इस लिंक से देख सकते हैं लाइव करना होगा पंजीकरण: (https://lvg.shar.gov.in/VSCREGISTRATION/index.jsp)
प्रज्ञान रोवर के सामने आया बड़ा गड्ढा
Aditya- L1 Launching Date: इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन को लेकर कहा कि 27 अगस्त 2023 को रोवर को अपने स्थान से 3 मीटर आगे स्थित 4 मीटर व्यास वाले गड्ढे का सामना करना पड़ा. रोवर को पथ पर वापस लौटने का आदेश दिया गया. यह अब सुरक्षित रूप से एक नए रास्ते पर आगे बढ़ रहा है. रोवर चंद्रमा की सतह पर चलकर डाटा जुटा रहा है.