National Politics: बिहार की राजनीति में 2024 लोकसभा चुनाव से पहले एक नया फ्रंट बनाने की तैयारी है. यह नया फ्रंट I.N.D.I.A और NDA से अलग हो सकता है. इसमें पप्पू यादव की पार्टी जाप, मायावती की पार्टी बसपा, ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम और मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी शामिल हो सकती है. हालांकि, बसपा सुप्रीमो मायावती ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी.
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बसपा के प्रदेश अध्यक्ष शंकर महतो ने कहा- छोटी-छोटी पार्टियां हमारे साथ अगर आना चाहती है तो इस पर फैसला बहन मायावती करेंगी. गठबंधन का हमारा अनुभव ठीक नहीं है. जब-जब गठबंधन हुए हैं तो हमारा वोट ट्रांसफर हो जाता है. लेकिन गठबंधन में शामिल पार्टियों के वोट ट्रांसफर नहीं हो पाते हैं. इसलिए अंतिम फैसला मायावती जी का होगा.
बिहार की छोटी पार्टियां हमारे संपर्क में हैं
पप्पू यादव की पार्टी जाप के प्रदेश अध्यक्ष राघवेंद्र सिंह कहते हैं- बीजेपी की सरकार को रोकना है. इसे लेकर हम कोशिश कर रहे हैं. हमारी वैचारिक पृष्ठभूमि और राजनीतिक विचारधारा इंडिया गठबंधन के काफी करीब है. इसलिए हमारी पार्टी के कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि इंडिया गठबंधन के साथ जाएं. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों पार्टी का मंथन शिविर का आयोजन किया गया था. इसमें फैसला लिया गया कि पार्टी लोकसभा में 12 सीट और विधानसभा में 100 सीट पर चुनाव लड़ेगी.
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इसे लेकर छोटी पार्टियों के नेता भी हमारे संपर्क में हैं. एआईएमआईएम, बसपा, वीआईपी के नेताओं से हमारी बात हो रही है. हम लोग अभी महागठबंधन के निर्णय का इंतजार कर रहे हैं.
तीसरे विकल्प की तैयारी हमारी मजबूरी
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान कहते हैं कि हम नहीं चाहते फिरकापरस्त ताकतें गद्दी पर विराजमान हों. चाहे वह बिहार की बात हो या केन्द्र की बात. बीजेपी को गद्दी से उतारने के लिए एक संतुलित गठबंधन की जरूरत है. इंडिया गठबंधन जो बनाया है, उसमें दलितों और मुस्लिमों को नजरअंदाज किया गया है.
हम लोग शुरू से कह रहे है कि बीजेपी को गद्दी से उतारने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन वाले हमें अपने साथ लेने को तैयार नहीं है. अब हमारी मजबूरी हो गई है कि बिहार में छोटी पार्टियों का गठबंधन बनाया जाए.
राष्ट्रीय स्तर पर हमारे नेता भी बात कर रहे हैं. नया फ्रंट पर फैसला हमारे नेता मुकेश सहनी करेंगे
National Politics: मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी के प्रवक्ता देव ज्योति कहते हैं कि हमारे नेता को दूल्हा नहीं बनना है। वीआईपी पार्टी निषाद आरक्षण की लड़ाई लड़ रही है. नरेंद्र मोदी आरक्षण की मांग को पूरा करते हैं तो हम भी नरेंद्र मोदी जिंदाबाद करेंगे. क्या बिहार में छोटी पार्टियां एकजुट होकर नया फ्रंट बनाएगी? इस सवाल पर वे कहते हैं कि इसका फैसला हमारे नेता मुकेश सहनी करेंगे. इसके लिए वही अधिकृत हैं.