Cast Census: बिहार सरकार ने जातीय जनगणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं. जनगणना के मुताबिक़ पिछड़ा वर्ग की आबादी 27.12 फीसदी है. अत्यंत पिछड़ा वर्ग की आबादी 36 फीसदी से अधिक है. वहीं सवर्णों की आबादी 15 फ़ीसदी से कुछ ज़्यादा है. बिहार सरकार ने आज जातीय गणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं. प्रभारी मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह इसे लेकर एक किताब जारी की है. उन्होंने कहा कि बिहार में 2 करोड़ 83 लाख 44 हजार 160 परिवार हैं.
बिहार में जातियों के आंकड़े (प्रतिशत में )
कोइरी- 4.2, कुर्मी- 2.8 कायस्थ- .60 मोची, चमार, रविदास- 5.2, ब्राह्मण- 3.65, भूमिहार- 2.86, मुसहर- 3.08 राजपूत- 3.45 बनिया- 2.31 मल्लाह- 2.60 यादव- 14.26 हैं.
बिहार में जातियों (Cast Census) का प्रतिशत
इस रिपोर्ट में नीतीश सरकार ने कुल 215 जातियों का आंकड़ा जारी किया है. इन आंकड़ों के मुताबिक बिहार में जाति के हिसाब से जनसंख्या इस तरह से है.
- मुसलमान- 17. 7088 फीसदी
- यादव- 14. 2666 फीसदी
- कुर्मी- 2.8785 फीसदी
- कोइरी – 4.2120 फीसदी
- ब्राह्मण- 3.6575 प्रतिशत
- भूमिहार- 2.8683 प्रतिशत
- राजपूत- 3.4505 प्रतिशत
- मुसहर- 3.0872 प्रतिशत
- मल्लाह- 2.6086 फीसदी
- बनिया- 2.3155 फीसदी
- कायस्थ- 0.60 फीसदी
बिहार में कुल आबादी में किसके आकड़ें कितने हैं.
- पिछड़ा वर्ग आंकड़ा – 3,5463,936 प्रतिशत में-27.1286%
- अत्यंत पिछड़ा वर्ग आकड़ा-4,70,80,514 प्रतिशत में- 36.0148%
- अनुसूचित जाति आंकड़ा- 25689820 प्रतिशत में- 19.6518%
- अनुसूचित जन जाति आंकड़ा- 2199361 प्रतिशत में- 1.6824%
- अनारक्षित का आंकड़ा- 130725310 प्रतिशत में – 15.5224%
“बिहार में कुल सर्वेक्षित परिवारों की कुल संख्या दो करोड़ 83 लाख 44 हजार 107 है और इसमें कुल जनसंख्या 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 10 है.” “इसमें अस्थाई प्रवासी स्थिति में 53 लाख 72 हजार 22 लोग हैं.”
उनके मुताबिक, “इसमें पुरुषों की जनसंख्या करीब चार करोड़ 41 लाख है और महिलाओं की संख्या करीब छह करोड़ 11 लाख है. अन्य में 82836 लोग शामिल हैं. हमारा लिंग अनुपात एक हजार पुरुष पर 953 महिलाएं हैं.