General knowledge: चांदनी रात में अपने धरती से चमकते चांद को देखा होगा. ऊपर आसमान में वह बेहद खूबसूरत नजर आता है. इसीलिए तो इसकी सुंदरता पर कई गीत लिखे गए. इसके चमकने के पीछे की एक वजह है. चूंकि सूर्य की रोशनी चंद्रमा से टकराकर ही हम तक पहुंचती है, इसलिए चांद हमें चमकता हुआ दिखाई देता है.
चांद की खुद की कोई रोशनी नहीं होती. चांद हमेशा धरती से ऊपर आसमान में नजर आता है. लेकिन क्या चांद से भी पृथ्वी ऐसी ही दिखती है. आसमान की ओर… ऑनलाइन प्लेटफार्म कोरा पर यही सवाल पूछा गया. तमाम यूजर्स ने जवाब दिए. अजबगजब सीरीज के तहत आइए जानते हैं कि हकीकत क्या है.
सबसे पहले जानिए, चंद्रमा 27 दिन और कुछ घंटों में धरती का एक चक्कर पूरा कर लेता है. लगभग इतने ही समय में वह अपनी धुरी पर भी घूम लेता है. यही वजह है कि चंद्रमा (General knowledge) का आधा हिस्सा ही धरती से देखा जा सकता है. करीब 41 फीसदी हिस्सा कभी दिखाई नहीं देता. इसका आधा हिस्सा लगातार सूर्य की रोशनी से प्रकाशित होता रहता है. जब भी हम चांद की ओर देखते हैं तो यही हिस्सा हमें नजर आता है. लेकिन क्या जिस तरह हमें आसमान में चांद नजर आता है, वैसे ही चांद से धरती दिखती है क्या?
चांद से धरती को आसमान की ओर देख पाएंगे
एक यूजर ने लिखा, बिल्कुल-जैसे हम चांद को धरती से देख पाते हैं. ठीक वैसे ही चांद से धरती को हम आसमान की ओर देख पाते हैं. आप जानकर हैरान होंगे कि चांद के एक विशिष्ट स्थान से देखने पर पृथ्वी कभी अपना स्थान नहीं बदलती. न सूर्योदय की तरह उगती नजर आती है और न ही सूर्यास्त की तरह डूबते हुए. ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि चांद पृथ्वी की परिक्रमा एक खास गति से करता है. वही, ऊपर वाली बात. जितने दिन में वह खुद की परिक्रमा करता है, उतने ही दिनों में धरती की परिक्रमा भी करता है.
दूसरी साइड से पृथ्वी का दर्शन कभी भी नहीं
एक और महत्वपूर्ण बात. चांद की जो आधी साइड हमें नजर आती है उसी से पृथ्वी देखी जा सकती है. दूसरी साइड से पृथ्वी का दर्शन कभी भी नहीं होगा. उस साइड के हिसाब से पृथ्वी का अस्तित्व ना के बराबर है. वैज्ञानिकों के मुताबिक, पृथ्वी से चांद जितना बड़ा दिखता है उससे चार गुना ज्यादा बड़ी चांद से पृथ्वी दिखती है.