Foods in India: लंबे समय से महंगी थाली खा रहे लोगों को 3 माह सितंबर में राहत मिली है, क्योंकि सितंबर माह में थाली की कीमतें तीन महीने के निचले स्तर पर आ गईं हैं. अगस्त की तुलना में सितंबर में शाकाहारी थाली की कीमत 17.5% घटकर 27.9 रुपये रह गई. कीमत में गिरावट की वजह टमाटर के दाम घटने और अगस्त में सूखा के चलते चढ़े सब्जियों के दाम का गिरना है. वहीं, एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कटौती भी बड़ा कारण है.
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मार्केट एनालिटिक रेटिंग एजेंसी क्रिसिल की ताजा रिपोर्ट के अनुसारे सितंबर में थाली की कीमतें (Indian Thali) तीन महीने के निचले स्तर पर आ गईं, जिससे परिवारों को कुछ राहत मिली है. क्योंकि, टमाटर की कीमतों के कारण सब्जियों में लग रहा महंगाई का झटका दूर हो गया और एलपीजी सिलेंडर की कीमत (LPG Gas Cylinder Price) में 200 रुपये की कटौती के कारण फ्यूल की लागत में गिरावट आई है.
क्रिसिल ने गुरुवार को कहा कि
क्रिसिल ने गुरुवार को कहा कि थाली के महंगे होने में मुख्य योगदान टमाटर की कीमतों का था, जो अगस्त में 102 रुपये प्रति किलोग्राम से घटकर सितंबर 2023 में 62% कटौती के साथ 39 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं. वहीं, मिर्च की कीमतों में भी मासिक आधार 31% की गिरावट से भी कुछ राहत मिली है.
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि फ्यूल की लागत में गिरावट बड़ा फैक्टर रही है, क्योंकि वेज थाली की कुल लागत का 14% फ्यूल खर्च होता और और नॉन-वेज थाली की कुल लागत 8% फ्यूल खर्च होता है. फ्यूल सस्ता होने से थाली के दाम घटे हैं. सितंबर में 14.2 किलोग्राम वाले एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,103 रुपये से घटकर 903 रुपये हो गई है.
क्रिसिल ने कहा कि सितंबर में प्याज की कीमतें 12% बढ़ीं और खरीफ 2023 में अपेक्षित कम उत्पादन के बीच इसके स्थिर रहने की उम्मीद है. क्रिसिल का थाली इंडेक्स बताता है कि लगातार दो महीनों तक भारतीय रिजर्व बैंक के 6% के ऊपरी टारगेट बैंड से ऊपर रहने के बाद सितंबर में मुद्रास्फीति में काफी कमी आने की उम्मीद है. जुलाई में मुद्रास्फीति 15 महीने के उच्चतम 7.4% से घटकर अगस्त में 6.8% हो गई थी.
सितंबर में थाली की कीमत 17.5% सस्ती हुई
अगस्त की तुलना में सितंबर में शाकाहारी थाली (veg thali) की कीमत 17.5% घटकर 27.9 रुपये रह गई. जबकि, नॉन-वेज थाली (non veg thali) 9% घटकर 61.4 रुपये रह गई. हालांकि, अप्रैल की तुलना में थाली की कीमतें अभी भी ऊंची हैं. हालांकि, इस साल थाली की कीमतों में काफी कमी आने की संभावना नहीं है, क्योंकि विशेषज्ञ खाद्य मुद्रास्फीति में और उथल-पुथल का संकेत दे रहे हैं.
महंगाई दर में बढ़ोत्तरी के संकेत
Foods in India: विश्व बैंक ने इस सप्ताह की शुरुआत में वित्त वर्ष 2024 के लिए भारत की मुद्रास्फीति का अनुमान 0.7 प्रतिशत अंक बढ़ाकर 5.9% कर दिया है. एशियाई विकास बैंक ने भी वित्त वर्ष 24 के लिए अपने मुद्रास्फीति पूर्वानुमान को पहले अनुमानित 5% से बढ़ाकर 5.5% कर दिया है.