बिहार लोक सेवा आयोग ने शिक्षक भर्ती (Bihar Teacher News) में किए गए फर्जीवाड़े में बड़ी कार्रवाई की है. 20 अभ्यर्थी अगले पांच सालों तक प्रतियोगी परीक्षा नहीं दे सकेंगे. इनमें से 11 ऐसे कैंडिडेट्स हैं, जिनकी जगह दूसरे लोगों ने परीक्षा दी थी. कुछ अभ्यर्थी आधार कार्ड सत्यापन में असफल रहे तो कुछ बायोमेट्रिक जांच में गलत पाए गए.
प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षक के 1 लाख 70 हजार पदों पर नियुक्ति के लिए 24, 25 और 26 अगस्त को परीक्षा ली गई थी. इसमें 1 लाख 22 हजार 324 परीक्षार्थियों का रिजल्ट जारी किया गया है.
11 अभ्यर्थियों की जगह दूसरे ने दी थी परीक्षा
रंजन कुमार गुप्ता, हरि प्रकाश, समीर राज, निरंजन कुमार, सरोज कुमार प्रसाद, राजा राम यादव, फुल कुमारी, मणिकांत कुमार, रितेश कुमार, मदन मोहन कुमार और गौरव कुमार आदि अभ्यर्थियों की जगह दूसरे लोगों परीक्षा में शामिल हुए थे.
इन 9 अभ्यर्थियों को भी किया गया बैन
अंशु यादव और संजीत कुमार आधार कार्ड के सत्यापन में असफल रहे. मनीष कुमार, राकेश कुमार और शशि कुमार के बायोमेट्रिक से फोटो मिस मैच होने के बाद प्रतिबंध लगाया गया है. रामानंद कुमार, रंजन कुमार गुप्ता, विकास कुमार राय और विकास चंद्र यादव ने गलत पहचान बताई है.
2 नवंबर को 25 हजार शिक्षकों को सीएम देंगे नियुक्ति पत्र
2 नवंबर को पटना के गांधी मैदान में सीएम नीतीश कुमार बीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में सफल हुए 25,000 शिक्ष कों को नियु क्ति पत्र देंगे. बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में एक लाख 22 हजार 324 अभ्यर्थी सफल हुए हैं. जिसमें उच्च माध्यमिक के 23701, माध्य मिक के 26204 और प्राथ मिक विद्या लय के 72,419 अभ्य र्थी शामिल हैं.