आज के समय मे साइबर फ्रॉड होना मामूली बात हो गई है आपके साथ भी कभी न कभी फ्रॉड तो हुआ ही होगा, अगर नहीं हुआ तो सावधान रहे. इस खबर मे आज हम आपको साइबर इन्श्योरेन्स (Cyber Insurance) के बारे मे बाताएगे जो आपको फोर्ड के बाद मदद कर सकता है. आज के समय मे डिजिटल की दुनिया काफी तेजी से बढ़ रही है. कई सारे लोग है जो अपने काम ऑनलाइन करने का प्रयास करते है. किसी व्यक्ति को पैसे भेजना हो या फिर इनकम टैक्स भरना हो. इसके लिए इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है. कई बार साइबर ठग इसी का लाभ उठाते हैं.
ठगी करने वाले लोग असली सा दिखने वाला मैसेज भेजते है और लाखों की ठगी कर लेते हैं. कई बार ऐसा देखा गया है कि लोग जालसाजों के चक्कर में आकर अपनी जीवन भर की कमाई गवां देते हैं. ऐसे में अपनी लाइफ टाइम के साइबर फ्रॉड से अपनी जीवन भर की कमाई को सेफ रखने का एक तरीका इंश्योरेंस है.
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साइबर इंश्योरेंस (Cyber Insurance) नेटवर्क आधारित घटना के वजह से होने वाले किसी भी नुकसान से बचाने के लिए इंश्योरर और एक कंपनी के बीच कॉन्ट्रैक्ट है.
ये इंश्योरेंस लेना है काफी जरूरी
साइबर क्राइम से बचाव और नुकसान की भरपाई के लिए ये इंश्योरेंस काफी अधिक काम आता है. इसी कारण हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस के साथ साइबर इंश्योरेंस लेना भी जरूरी हो गया है.
पॉलिसी होल्डर को इस बीमा पॉलिसी में कई तरह के साइबर क्राइम और फ्रॉड के खिलाफ कवर दिया जाता है. अगर आपके पास साइबर इंश्योरेंस होगा तो आपके नुकसान की भरपाई कर सकते हैं.
बैंक अकाउंट, क्रेडिट / डेबिट कार्ड या आपके ई-वॉलेट से धोखाधड़ी से ऑनलाइन खरीदारी कर लेता है तो उसकी भरपाई बीमा कंपनी करती है. बीमा कंपनी ईमेल स्पूफिंग जैसे साइबर क्राइम से हुए नुकसान की भरपाई भी करती है.
इतना ही नहीं इसके साथ ही साइबर इंश्योरेंस आपको किसी भी साइबर अटैक, साइबर फ्रॉड, डेटा चोरी, रैंसमवेयर हमले और ब्लैकमेलिंग से वसूली की स्थिति में फाइनेंशियल खतरे को कम करता है.
साइबर इंश्योरेंस का डेटा प्रोटेक्शन बिल में है प्रावधान
दरअसल, डिजिटल डेटा की सेफ्टी को सरकार ने बेहद जरुरी माना है. डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन बिल 2022 का ड्रॉफ्ट जारी किया गया है. इस बिल में डिजिटल पर्सनल डेटा की सेफ्टी के लिए बेहद ही जरुरी कदम उठाने के प्रावधान रखें गये हैं. साइबर खतरों से साइबर इंश्योरेंस सेफ्टी कवर मुहैया कराता है.
इन बातों का ध्यान रखे
आपको साइबर इंश्योरेंस लेते समय कंपनी की तरफ से जो प्लान दिए जा रहे हैं उनको बेहतर तरह से समझ लेना चाहिए.आपको पॉलिसी लेने से पहले पता होना चाहिए कि आपको पॉलिसी में क्या-क्या कवर दिया गया है.
अगर हम आम तौर पर बात करें तो फिर आम तौर पर साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी 10 तरह से 15 तरह के साइबर खतरों से सुरक्षा मुहैया कराई जाती है. बीमा कंपनियां 50,000 रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये तक का कवरेज पेश करती हैं.