यूजीसी-नेट (UGC-NET) की परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका के मद्देनजर केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यह परीक्षा रद्द कर दी है और सीबीआई जांच कराने का आदेश दिया है. यूजीसी-नेट परीक्षा पर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पर सफाई दी है.
इस बीच, माकपा ने गुरुवार को यूजीसी-नेट में पूछे गये सवाल को ट्वीट किया है. सीपीएम का दावा है कि थिएटर विषय की नेट परीक्षा में पूछे गये सवाल में रामायण, महाभारत और राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर सवाल पूछे गये हैं. सीपीएम ने तंज कसते हुए कहा कि यह यूजीसी-नेट की परीक्षा थी या फिर आरएसएस की शाखा ज्वाइन करने की परीक्षा थी?
सीपीएम की ओर से सोशल साइट्स एक्स पर ट्वीट किया गया है. इस ट्वीट में थियेटर के छात्रों के लिए पूछे गये सवाल की प्रति पोस्ट की गयी है. इसमें 57 नंबर सवाल पूछा गया है कि पुनः निर्मित राम-मंदिर, अयोध्या की प्राण प्रतिष्ठा किस तारीख को की गई थी?
https://x.com/cpimspeak/status/1803726549084000481
उसी तरह से 69 नंबर सवाल में पूछा गया है कि हिंदुस्तान दर्शन की प्रस्थान त्रयी में शामिल है? एक अन्य सवाल पूछा गया था कि महाभारत के किस यौद्धा का सिर कलम किया गया और उसे कुरुक्षेत्र में युद्ध देखने के लिए रखा गया था?
महाभारत-रामचरित मानस पर पूछे गये सवाल
प्रश्न पत्र के 87 नंबर सवाल पूछा गया था कि रामचरित मानस के किस कांड में हनुमान प्रकट होते हैं? माकपा ने प्रश्न पत्र को पोस्ट किया है और इसे लेकर केंद्र सरकार पर तंज कसा है. बता दें कि नीट (UGC-NET) की परीक्षा में गड़बड़ी और यूजीसी-नेट परीक्षा के रद्द होने के बाद सरकार पूरी तरह से बैकफुट पर है और अब माकपा ने पूछे गये सवाल को लेकर निशाना साधा है.
दूसरी ओर, माकपा के पोलित ब्यूरो के सदस्य सीताराम येचुरी ने कोलकाता में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस पर नीट और यूजीसी-नेट (UGC-NET) परीक्षा को लेकर सरकार पर निशाना साधा. येचुरी ने कहा कि वहां व्यवस्था खत्म कर दी गई है. इससे कई लोग जुड़े हुए हैं. उन्होंने कोर्ट की निगरानी में एसआईटी के गठन की मांग की.
विज्ञान की जगह पढ़ाया जा रहा है अंधविश्वास-येचुरी
सीताराम येचुरी ने कहा कि बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. सीबीआई ने भरोसा खो दिया है. उनका काम विपक्षी नेताओं के पीछे भागना है. जब भ्रष्टाचार होता है तो उसकी कोई अलग भाषा नहीं होती. चाहे वो बंगाल में हो या गुजरात में. बहुत से लोग खाली खाते जमा करके बच रहे हैं. शिक्षा पर उनका कोई ध्यान नहीं है. वे शिक्षा व्यवस्था को समाप्त करना चाहते हैं. इतिहास की जगह, विज्ञान की जगह अंधविश्वास पढ़ाया जा रहा है.
उन्होंने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानी एनटीए पर भी सवाल उठाए. उन्होंने बताया कि नई सरकार को इस मुद्दे पर संसद में सवालों का सामना करना पड़ेगा. येचुरी के मुताबिक, पिछले सत्र में विपक्ष को चर्चा का कोई मौका नहीं दिया गया. लेकिन इस बार वह स्थिति स्वीकार नहीं होगी.