बक्सर (Buxar News) के दलसागर पंचायत स्थित बिहार बाल विद्यालय के बच्चों द्वारा एक अनूठी मिसाल पेश की गई. जहा विद्यालय के प्रधानाचार्य ने छात्र-छात्राओं को भारत के लोकतान्त्रिक व्यवस्था से अवगत कराया. इस दौरान बच्चों ने निष्पक्ष वोटिंग कर अपने क्लास का मॉनिटर चुना.
विद्यालय के प्रधानाचार्य हरेन्द्र कुशवाहा ने बताया कि अक्सर चुनाव के दौरान यह देखा जाता है कि वोटिंग कि प्रतिशत को बढ़ाने के लिए शासन और प्रशासन द्वारा अनेको मुहिम चलाए जाते है. ताकि लोगों में जागरूकता फैले और देश की लोकतान्त्रिक प्रक्रिया में लोग बढ़ चढ़कर हिस्सा लें.
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बच्चों को बताया गया -बैलेट पेपर और प्रत्यासी क्या होते हैं?
विद्यालय के शिक्षक सारंग मौर्य ने बताया कि बच्चों को बैलेट पेपर के माध्यम से अपने मॉनीटर को चुनने का विकल्प रखा गया था. जहा उन्हे बताया गया कि आपको अपने मॉनीटर के लिए तीन उम्मीदवार खड़े है जो आपसे अपने लिए वोट की अपील करेंगे. जिन्हे प्रत्यासी भी कहा जाता हैं.
सभी उम्मीदवारो के घंटों अपील के बाद वोटिंग की प्रक्रिया शुरू की गई. इस बीच सभी बच्चों को उनके सामने उम्मीदवारों के नाम की एक एक पर्ची दी गई. जहा उन्हे बताया गया कि आप अपने उम्मीदवारों के नाम की पर्ची पर गोपनीय तरीके से मुँहर लगाकर, रखे गए बैलेट बॉक्स में डालना है. इस दौरान जिस उम्मीदवारों के नाम की पर्ची की संख्या ज्यादा होगी वो आपके द्वारा चुने गए मॉनीटर होंगे.
इस प्रक्रिया में बच्चों का उत्साह देखने लायक था, उन्होंने वोट देते ही एक सेल्फ़ी भी ली. और इस तरह से छात्र-छात्राओं ने वोट देकर अपनी बहुमत की सरकार चुनी साथ ही साथ इस वोटिंग की पूरी प्रक्रिया को भी जाना.
वोट देने की कम से कम आयु क्या है?
बक्सर प्रखण्ड (Buxar News) के दलसागर में लगभग 20 साल से चल रहे बिहार बाल विद्यालय के निदेशक सह प्रधानाचार्य हरेन्द्र कुशवाहा ने बताया कि हमारी पूरी कोशिश रहती हैं कि हम बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के प्रति सजग रहे. और उन्हे समय समय पर उनके मौलिक अधिकारों के साथ साथ उनके नैतिक कर्तव्यों से भी अवगत कराते रहे. चुकी यही बच्चे देश के भविष्य है, और भविष्य की निव मजबूत होनी चाहिए.
उन्होंने बताया कि विद्यालय के बच्चों को यह भी बताया गया कि आप 18 वर्ष के पूरे होते ही देश के लोकतान्त्रिक व्यवस्था में हिस्सा ले सकते हैं, और देश को बेहतर चलाने वाले नेता को अपने वोट के माध्यम से चुन सकते हैं.
मतदान प्रक्रिया मतदाता पंजीकरण से शुरू होती है
भारत एक लोकतांत्रिक देश है जहाँ नागरिकों को वोट देने और अपने प्रतिनिधियों को चुनने का अधिकार है. भारत में मतदान प्रक्रिया 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को दिया गया एक संवैधानिक अधिकार है. भारत का चुनाव आयोग (ECI) स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए जिम्मेदार है.
मतदान प्रक्रिया (Buxar News) मतदाता पंजीकरण से शुरू होती है, उसके बाद मतदाता पहचान पत्र जारी किए जाते हैं. चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवार अपना नामांकन दाखिल करते हैं, और ECI उनकी साख की पुष्टि करता है. मतदान इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) या मतपत्रों के माध्यम से किया जाता है.
भारत में फ़र्स्ट-पास्ट-द-पोस्ट प्रणाली का पालन किया जाता है, जहाँ सबसे अधिक वोट पाने वाला उम्मीदवार जीतता है. मतदान प्रक्रिया आमतौर पर चरणों में आयोजित की जाती है, जिसमें सख्त सुरक्षा व्यवस्था होती है. मतदाता निर्दिष्ट मतदान केंद्रों पर अपना वोट डालते हैं, और मतदान के दिन वोटों की गिनती की जाती है.वही अधिक मत पाने वाला विजेता होता हैं.