राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड समेत 10 राज्यों के राज्यपाल (Governor instead of states) बदल दिए हैं. राष्ट्रपति भवन ने शनिवार देर रात इसकी सूचना जारी की. उधर, पंजाब के मौजूदा गवर्नर बनवारी लाल का इस्तीफा मंजूर करते हुए गुलाब चंद कटारिया को पंजाब का राज्यपाल और चंडीगढ़ का प्रशासक नियुक्त किया गया है.
इन राज्यों के बदले राज्यपाल!
हरिभाऊ किसनराव बागड़े, बने राजस्थान के राज्यपाल. पहली बार 1985 में औरंगाबाद पूर्व सीट से महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गए थे. 2014 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (INC) के कल्याण काले के खिलाफ फुलंबरी (महाराष्ट्र) निर्वाचन क्षेत्र से विधायक का चुनाव जीता था. 2019 विधानसभा चुनाव भी जीता था. महाराष्ट्र में पूर्व कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं.
संतोष गंगवार बने झारखंड के राज्यपाल!
संतोष गंगवार झारखंड के 12वें राज्यपाल (Governor instead of states) बनाए गए हैं. 8 बार सांसद रह चुके गंगवार भाजपा में लंबे समय तक सक्रिय रहे. वे मोदी और वाजपेयी सरकार में मंत्री रह चुके हैं. यूपी के बरेली से 1989 से लगातार चुनाव जीतते आ रहे हैं. 2009 में कांग्रेसी प्रत्याशी से हारे, लेकिन 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की.
गुलाब चंद कटारिया बने पंजाब के राज्यपाल (चंडीगढ़ प्रशासक)!
पहली बार साल 1977 में उदयपुर शहर सीट से विधायक चुने गए थे. साल 1998 में उदयपुर छोड़कर बड़ी सादड़ी से चुनाव जीता था. राजस्थान में शिक्षा मंत्री, पीडब्ल्यूडी मंत्री, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री सहित दो बार गृहमंत्री रहे हैं. 2023 को असम के 31वें राज्यपाल के रूप में नियुक्त किए गए थे.
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रामेन डेका बने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल!
असम के रहने वाले हैं. इनका जन्म 1 मार्च 1954 को असम के कामरूप जिले के सुआलकुची में हुआ था. वे असम की मंगलदोई लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर दो बार सांसद रह चुके हैं. वह BJP के संस्थापक सदस्यों में भी हैं. असम बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं.
सीपी राधाकृष्णन बने महाराष्ट्र के राज्यपाल!
सीपी राधाकृष्णन दो बार तमिलनाडु की कोयंबटूर लोकसभा सीट से सांसद चुने गए. तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. 1998 और 1999 के लोकसभा चुनाव में जीते थे. उन्हें बीजेपी ने 2014 और 2019 के चुनाव में भी उम्मीदवार बनाया, हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वो 18 फरवरी 2023 को झारखंड के राज्यपाल बने.
जिष्णु देव वर्मा बने तेलंगाना के राज्यपाल!
जिष्णु देव वर्मा किसी भी राज्य के राज्यपाल (Governor instead of states) बनने वाले त्रिपुरा के पहले निवासी हैं. उन्होंने पहले 2018 से 2023 तक भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया. हालांकि, 2023 के विधानसभा चुनावों में, वह सिपाहीजला जिले के चारिलम (एसटी) निर्वाचन क्षेत्र में टीआईपीआरए मोथा से हार गए थे.
ओम प्रकाश माथुर बने सिक्किम के राज्यपाल!
भारतीय जनता पार्टी के दिग्गज नेता हैं. भाजपा में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और महामंत्री भी रहे. साल 2008 से 2009 तक राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष की कमान संभाली हैं. इसके साथ ही गुजरात, छत्तीसगढ़ समेत 9 राज्यों में बीजेपी के प्रभारी रहे चुके हैं.
लक्ष्मण प्रसाद आचार्य बने असम और मणिपुर के राज्यपाल (अतिरिक्त प्रभार)!
लक्ष्मण प्रसाद की BJP में अच्छी पैठ है. उत्तर प्रदेश में राज्य मंत्री रहे। प्रदेश के मिर्जापुर से ताल्लुक रखने वाले. लक्ष्मण प्रसाद आचार्य खरवार जनजाति से हैं. 1977 तक संघ के सरस्वती शिशु मंदिर में बतौर शिक्षक जुड़े रहे. राम मंदिर आंदोलन में शामिल हुए. मत्स्य विकास निगम के अध्यक्ष का पद भी संभाला.
सीएच विजयशंकर बने मेघालय के राज्यपाल!
रानीबेन्नूर के रहने वाले, विजय शंकर पहली बार 1994 से 1998 तक हुनसूर से विधायक बने थे. 1998 और 2004 में मैसूर से सांसद रहे. 2010 से वह रेगे की 16वीं विधानसभा के विधायक और कर्नाटक के कैबिनेट मंत्री भी रहे.
महाराष्ट्र-झारखंड में इसी साल होंगे विधानसभा चुनाव
जिन 8 राज्यों में राज्यपाल बदले गए हैं उनमें से 2 महाराष्ट्र-झारखंड में इसी साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं. इनके अलावा हरियाणा और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव होने हैं. जम्मू कश्मीर के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 30 सितंबर से पहले चुनाव करवाने का फैसला सुनाया गया. वही बिहार में भी समय से पहले विधानसभा चुनाव के होने की सुगबुगाहट तेज हो गई है.