पटना में खान सर (Khan Sir) के कोचिंग सेंटर को फिलहाल आज बंद कर दिया गया है. कोचिंग के बाहर ताला लटका हुआ है. पटना सदर एसडीएम ने मंगलवार को निरीक्षण किया था. बोरिंग रोड चौराहे के पास जो कोचिंग है, उसमें एंट्री और एग्जिट गेट भी एक ही हैं. यह तय मानक के अनुरूप नहीं हैं.
आपको बता दें कि दिल्ली के एक यूपीएससी कोचिंग संस्थान की लाइब्रेरी में तीन छात्रों की मौत के बाद पटना में भी जांच के लिए डीएम की ओर से टीम गठित की गई थी. मंगलवार को पटना में कई कोचिंग संस्थानों की जांच की गई. इसमें खान सर (Khan Sir) की कोचिंग भी शामिल थी.
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SDM ने टीम के साथ कई कोचिंग संस्थानों का जायजा लिया
घटना के बाद पटना के SDM श्रीकांत कुंडलिक खांडेकर टीम के साथ कई कोचिंग संस्थानों का जायजा लिया. खान सर के GS रिसर्च सेंटर भी पहुंचे थे. पहले खान सर के कर्मचारियों ने एसडीएम को क्लास रूम दिखाने के नाम पर सीढ़ियों से खूब ऊपर-नीचे करवाया. उनके पहुंचने के कुछ देर बाद बाद खान सर (Khan Sir) उनसे मिले.
एसडीएम और मीडियाकर्मियों को देख खान सर (Khan Sir) असहज होने लगे. मीडियाकर्मियों को अपने कमरे से बाहर कर दिया. मीडिया के बाहर निकलने के कुछ ही मिनट बाद SDM भी बाहर आ गए. मीडियाकर्मियों को बताया कि खान सर ने एसडीएम से कोचिंग के सभी दस्तावेज देने के लिए समय मांगा है.
पटना में 30 कोचिंग सेंटर की जांच की गई है. इसमें पाया गया कि बहुत कम जगह में ज्यादा स्टूडेंट पढ़ रहे हैं. कई कोचिंग का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है. कई संस्थानो में फायर सिस्टम होना चाहिए. फायर एनओसी होना चाहिए. वो भी नहीं है.
एक महीने के अंदर रजिस्ट्रेशन कराने का निर्देश
जिला प्रशासन की ओर से पटना शहर के कोचिंग संस्थानों में आज भी जांच चल रही है. वहीं, पटना डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह ने आज कोचिंग संचालकों के साथ बैठक की. मीटिंग खत्म होने के बाद उन्होंने बताया कि कोचिंग के लिए जो क्राइटेरिया यानी नियम है, उसे संचालकों को बताया गया है. जिस कोचिंग का रजिस्ट्रेशन उन मानकों पर नहीं है, उन्हें एक महीने का समय दिया गया है. इस बीच वह अपना रजिस्ट्रेशन करवा लें अन्यथा कार्रवाई की जाएगी.
डीएम ने कहा कि आग से सुरक्षा और स्टूडेंट्स के लिए बैठने की समुचित व्यवस्था कोचिंग में करनी होगी. एक क्लास रूम में क्षमता से अधिक बच्चे बैठ रहे हैं. इंस्पेक्शन में ये बातें सामने आई है. इसमें सुधार के लिए सभी कोचिंग संचालकों को एक महीने का समय दिया गया है. मीटिंग करीब एक घंटे तक चली. जिसमें गुरु रहमान, एसके झा, समेत 50 से अधिक संचालक शामिल हुए. खान सर मीटिंग में नहीं पहुंचे थे.