1989 बैच के IPS अफसर आलोक राज को बिहार के DGP (New DGP Of Bihar) का प्रभार मिला हैं. उन्होंने शुक्रवार देर शाम अपना पदभार ग्रहण कर लिया है. आलोक राज विजिलेंस इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो के DG पद पर थे. फिलहाल वे अभी इस पद पर भी बने रहेंगे. बिहार सरकार ने आईपीएस अफसर आरएस भट्टी को रिलीव कर दिया है. उन्हें केंद्र सरकार ने CISF का DG बनाया है.
बिहार के नए डीजीपी (New DGP Of Bihar) ने पुलिस कर्मियों को संदेश देते हुए कहा कि ‘हम सभी 6 मूलमंत्र लेकर काम करें. रिस्पांस टाइम जितना कम होगा, पुलिसिंग उतनी अच्छी होगी. आप जो भी कार्रवाई कर रहे हैं वो सार्थक हो. अपराधियों में खौफ आए कि पुलिस ने कार्रवाई की है.’
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साथ ही उन्होंने कहा कि पीड़ितों के प्रति संवेदनशीलता दिखनी चाहिए. हम अपने कर्तव्य के प्रति जब तक ईमानदार नहीं होंगे, तब तक जनता की उम्मीदों को पूरा नहीं कर पाएंगे. हमारा उद्देश्य समय से अनुसंधान करके कांडों में आरोप पत्र प्रस्तुत करना होना चाहिए. स्पीडी ट्रायल से अपराधियों को सजा दिलाएं. हमारा फोकस होगा अपराधियों पर सख्त कार्रवाई करना.
सेंट्रल डेपुटेशन पर जा रहे DGP राजविंदर सिंह भट्टी
बिहार के DGP राजविंदर सिंह भट्टी सेंट्रल डेपुटेशन पर जा रहे हैं. उन्हें CISF के DG बनाया गया है. आरएस भट्टी की पहचान बिहार के सख्त अफसरों में होती है. उन्होंने SP रहते कई बाहुबलियों को गिरफ्तार किया. भट्टी ने बिहार में दो सरकारों के लिए काम किया है. महागठबंधन की सरकार में उन्हें बिहार पुलिस का मुखिया बनाया गया था, लेकिन NDA सरकार में कानून व्यवस्था को लेकर काफी सवालों में रहें.
महागठबंधन की सरकार ने उन पर भरोसा जताया था, लेकिन सत्ता से बाहर होने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव रोजाना क्राइम बुलेटिन जारी कर बिहार की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं. अब भट्टी को सेंट्रल डेपुटेशन पर भेजा जा रहा है तो तेजस्वी का कहना है कि बिहार में कोई अफसर रहना नहीं चाहता है.