झारखंड की 81 विधानसभा सीटों (Jharkhand Assembly election 2024) पर चुनाव की घोषणा कर दी गई है. भारत के मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को नई दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 (Jharkhand Assembly Election 2024 Date) की घोषणा की. चुनाव आयुक्त ने बताया कि झारखंड में इस बार 2 चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर को और 20 नवंबर को दूसरे चरण की वोटिंग होगी. 23 नवंबर को मतगणना होगी.
पहले चरण में 43 विधानसभा सीटों पर वोटिंग होगी, जबकि दूसरे चरण में 38 सीटों पर लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. पहले चरण के चुनाव की अधिसूचना 18 अक्टूबर को जारी की जाएगी. दूसरे चरण की अधिसूचना 25 अक्टूबर को जारी होगी.
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पहले चरण के लिए होने वाले नामांकन की जांच 28 अक्टूबर को और दूसरे चरण के नामांकन की जांच 30 अक्टूबर को होगी. पहले चरण में नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवार 30 अक्टूबर तक अपने नाम वापस ले सकेंगे, जबकि दूसरे चरण के लिए नामांकन दाखिल करने वाले उम्मीदवार 1 नवंबर तक अपना नाम वापस ले पाएंगे. पहले चरण की वोटिंग 13 नवंबर और दूसरे चरण की वोटिंग 20 नवंबर को होगी. चुनाव आयोग ने बताया कि 25 नवंबर 2024 तक चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
पूरे झारखंड में लागू हो गई आदर्श आचार संहिता
चुनाव की तारीखों के साथ ही पूरे झारखंड में आदर्श आचार संहिता (Model Code of Conduct) लागू हो गई है. अब राज्य सरकार जनहित में कोई फैसला नहीं ले पाएगी. न ही सरकार का कोई मंत्री या विधायक किसी सरकारी सुविधा का लाभ ले सकेगा. इस तरह से झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 की प्रक्रिया समाप्त होने तक चुनाव आयोग का शासन चलेगा. ट्रांसफर-पोस्टिंग से लेकर चुनाव वाले क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती तक का आदेश जारी करने का अधिकार चुनाव आयोग को मिल गया है.
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में 2.60 करोड़ मतदाता
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 (Jharkhand Assembly election 2024) में 2,60,87,698 (2 करोड़ 60 लाख 87 हजार 698) मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इसमें 1,30,65,449 (1 करोड़ 30 लाख 65 हजार 449) पुरुष मतदाता हैं, तो 1,27,12,266 (1 करोड़ 27 लाख 12 हजार 266) महिला और 448 थर्ड जेंडर वोटर हैं. 85 साल से अधिक उम्र के 1,13,970 वोटर इस बार मतदान करेंगे. 18 से 19 साल की उम्र के मतदाताओं की संख्या 11,84,150 है. दिव्यांग मतदाताओं की संख्या इस बार 3,67,825 है.
29,562 बूथ पर मतदाता डालेंगे वोट
झारखंड की 81 विधानसभा सीटों (Jharkhand Assembly election 2024) पर वोटिंग के लिए इस बार 29,562 मतदान केंद्र बनाने की घोषणा चुनाव आयोग ने की है. इतने बूथ 20,221 केंद्रों पर बनाए जाएंगे. कुल मतदान केंद्रों में 24,500 से अधिक बूथ ग्रामीण इलाकों में होंगे. सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के लिए न्यूनतम जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. विलुप्तप्राय आदिम जनजातियों (पीवीटीजी) की चुनाव में अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए उनके गांवों के आसपास ही मतदान केंद्र बनाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में ये लोग मतदान में शामिल हो सकें.
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चुनाव आयोग की 2 दिन तक रांची में चली थी मैराथन बैठक
पिछले महीने मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम रांची आई थी. दो दिन तक विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों के साथ मैराथन बैठक की थी. चुनाव आयोग ने पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ-साथ अन्य एजेंसियों को निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनाव कराने के लिए जरूरी तैयारी करने के निर्देश दिए थे. चुनाव आयोग की टीम में निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ सुखबीर सिंह संधू भी शामिल थे. चुनाव आयोग की टीम ने झारखंड के प्रमुख राजनीतिक दलों के नेताओं की भी राय ली थी और उनकी शिकायतें एवं सुझावों को भी सुना था.
झारखंड के 5 प्रमंडल में 24 जिले और 81 विधानसभा सीटें
बिहार से अलग होकर 15 नवंबर 2000 को अस्तित्व में आया झारखंड राज्य 5 प्रमंडल में बंटा हुआ है. राज्य में 24 जिले हैं. इनमें 81 विधानसभा सीटें हैं. संताल परगना प्रमंडल के 6 जिलों में 18 विधानसभा सीटें हैं. 7 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. संताल परगना की देवघर विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है.
उत्तरी छोटानागपुर में सबसे ज्यादा 7 जिले और 25 विधानसभा सीटें
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल में 7 जिले हैं. इसी प्रमंडल में सबसे अधिक 25 विधानसभा सीटें हैं. 4 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं. इस प्रमंडल में कोई विधानसभा सीट आदिवासियों यानी अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित नहीं है. धनबाद, रामगढ़ और कोडरमा 3 जिले ऐसे हैं, जहां की सभी विधानसभा सीटें अनारक्षित हैं.
उत्तरी छोटानागपुर के 3 जिलों की 4 सीटें एससी के लिए आरक्षित
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के 3 जिले ऐसे हैं, जहां की 4 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं. चतरा जिले की दोनों सीटें सिमरिया और चतरा एससी के लिए आरक्षित हैं. गिरिडीह की जमुआ विधानसभा सीट और बोकारो की चंदनकियारी सीट भी एससी के लिए आरक्षित हैं.
दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में 5 जिले और 15 सीटें
दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल में 5 जिले आते हैं. इसमें 15 विधानसभा सीटें हैं. 11 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. राजधानी रांची स्थित कांके विधानसभा एकमात्र सीट है, जो अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित है.
कोल्हान प्रमंडल के 3 जिलों में 14 विधानसभा सीटें
कोल्हान प्रमंडल में 3 जिले हैं. इन 3 जिलों में 14 विधानसभा सीटें हैं. 14 में से 9 विधानसभा सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हैं. जुगसलाई इस प्रमंडल की एकमात्र सीट है, जो अनुसूचित जाति (एससी) के लिए रिजर्व है.
पलामू प्रमंडल में सबसे कम 9 विधानसभा सीटें
कोल्हान की तरह ही पलामू प्रमंडल में भी 3 जिले हैं, लेकिन इस प्रमंडल में विधानसभा की सबसे कम 9 सीटें हैं. लातेहार जिले की मनिका सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित है, तो लातेहार विधानसभा सीट अनुसूचित जाति (एससी) के लिए. पलामू जिले का छतरपुर विधानसभा भी अनुसूचित जाति के लिए ही आरक्षित है.
2019 में 5 चरणों में हुआ था झारखंड विधानसभा चुनाव
झारखंड में वर्ष 2019 के विधानसभा चुनाव 5 चरणों में कराए गए थे. तब 30 नवंबर को वोटिंग शुरू हुई थी और 20 दिसंबर तक चली थी. 23 दिसंबर को सभी सीटों पर एक साथ मतगणना कराई गई थी. पहले चरण की वोटिंग 30 नवंबर को हुई थी. इस दिन 13 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था.
7 दिसंबर को सबसे अधिक 20 विधानसभा सीटों पर हुई थी वोटिंग
दूसरे चरण की वोटिंग 7 दिसंबर को हुई. इस दिन 20 विधानसभा सीट पर मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. तीसरे चरण की वोटिंग 12 दिसंबर को हुई. इस चरण में 17 सीटों पर वोटिंग हुई थी. चौथे चरण का मतदान 16 दिसंबर को हुआ. इस चरण में 15 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं ने वोट डाले थे. पांचवें और आखिरी चरण का मतदान 20 दिसंबर को हुआ था. आखिरी चरण में 16 विधानसभा सीट पर वोटिंग हुई थी. 23 दिसंबर को मतगणना हुई थी.