झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Election Results 2024) में बीजेपी और जेएमएम नेतृत्व के बीच मुकाबला है. बीजेपी ज़्यादातर सीटों पर खुद चुनाव लड़ रही है. पार्टी ने अपने गठबंधन सहयोगी ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन को 10 सीटें दी हैं. वहीं इंडिया गठबंधन की तरफ़ से जेएमएम और कांग्रेस मुख्य दावेदार हैं. 2019 के चुनाव में जेएमएम राज्य की सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी. उसने कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल के साथ मिलकर सरकार बनाई थी.
वही इस बार फिर से हेमंत और कल्पना सोरेन के दमदार नेतृत्व से झारखंड में झामुमो इंडिया गठबंधन के तहत लगातार दूसरी बार सत्ता में आने की ओर अग्रसर है. विपक्षी दल भाजपा हेमंत-कल्पना पर कटाक्ष करते हुए उन्हें बंटी और बबली की जोड़ी कह रही थी. लेकिन, राज्य में इंडिया गठबंधन और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को कामयाबी के रास्ते पर ले जाकर उन्होंने आलोचनाओं का करारा जवाब दिया है.
पति की गिरफ्तारी के बाद राजनीति कल्पना सोरेन की इंट्री
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पत्नी विधायक कल्पना सोरेन दोनों ने चुनावों (Jharkhand Election Results) की घोषणा के बाद लगभग 200 चुनावी रैलियां कीं. कल्पना इस वर्ष की शुरुआत में अपने पति की गिरफ्तारी के बाद राजनीति में आईं. सभी सीटों पर चुनावी परिणाम की घोषणा नहीं हुई है लेकिन झामुमो के कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है, पटाखे फोड़ रहे हैं और मिठाइयां बांट रहे हैं.
निर्वाचन आयोग की अद्यतन जानकारी के अनुसार, झामुमो ने 43 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिनमें से चार सीटें जीत चुका है और 30 पर बढ़त बनाए हुए है. पार्टी के सामने मौजूद चुनौतियों को देखते हुए यह प्रदर्शन उल्लेखनीय है. इसके दो विधायक नलिन सोरेन और जोबा माझी ने लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.
हेमंत सोरेन को 28 जून को उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा कर दिया गया था. तीन जुलाई को हेमंत को झामुमो विधायक दल का नेता चुना गया. इसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिससे हेमंत सोरेन के तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया.
ये भी पढ़ें..
- Railway took immediate Action : पैन्ट्री कार के भेंडर को 15 की पानी 20 में बेचना पड़ा महंगा, रेलवे ने ठोका एक लाख का जुर्माना
- Gold Price Today : बेटियों के लिए बनवाने है गहने तो खरीदने से पहले यहा जाने 22 कैरेट सोने का ताजा रेट
- Bihar By Election Result : बिहार उपचुनाव में राजद महागठबंधन का सुफड़ा साफ
भाजपा के कई दिग्गजों ने संभाला था चुनावी कैम्पन
झामुमो का प्रचार अभियान कल्याणकारी योजनाओं के वादों और भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर ईडी और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) को प्रतिद्वंद्वी दलों के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल करने के आरोपों पर केंद्रित था.. हेमंत सोरेन ने भाजपा पर उनके खिलाफ दुष्प्रचार अभियान पर 500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करने का भी आरोप लगाया.
झारखंड विधानसभा चुनाव (Jharkhand Election Results) में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों समेत भाजपा के शीर्ष नेताओं ने कई रैलियों को संबोधित किया तथा भ्रष्टाचार और घुसपैठ के आरोपों को लेकर झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन पर हमला बोला. उन्होंने सोरेन पर भी निशाना साधा, जो धन शोधन मामले में पांच महीने जेल में बिता चुके हैं.भाजपा के प्रचार अभियान का एक मुख्य मुद्दा जून में हेमंत सोरेन की जमानत पर रिहाई के तुरंत बाद चंपई सोरेन को मुख्यमंत्री पद से हटाना था.
200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की योजना
भाजपा ने इसे इस मुद्दे के रूप में पेश किया कि कैसे झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन ने एक आदिवासी नेता का अपमान किया है. झामुमो की मंइयां सम्मान योजना जैसी लोकलुभावन योजनाओं को जनता के बीच अच्छी प्रतिक्रिया मिली. इस योजना के तहत 18-50 वर्ष आयु वर्ग की महिलाओं को 1,000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है तथा सरकार बनने के बाद इसे बढ़ाकर 2,500 रुपये करने का वादा किया गया है.
हेमंत सोरेन ने 1.75 लाख से ज्यादा किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए दो लाख रुपये तक के कृषि ऋण माफ किए. इसके अलावा, उनकी सरकार ने बकाया बिजली बिल माफ किए और 200 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने की योजना शुरू की. सार्वभौमिक पेंशन जैसी कल्याणकारी योजनाएं भी शुरू कीं. वर्ष 2019 में झामुमो ने 30 सीटें जीती थीं.