साल 2025 का आज पहला दिन है. नए साल के आने के साथ साथ आज से देश में कई नियम भी बदलने वाले हैं. इन नियमों में बैंक से संबंधित नियम, आयकर विभाग से संबंधित जैसे कई नियम शामिल हैं. ऐसे में ये नियम देश के आम आदमी को काफी प्रभावित करने वाले हैं. अगर आप भी अपने पैसों को निवेश करने के लिए एफडी का ही सहारा लेते हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत ही जरूरी होने वाली है. दरअसल, आज से बैंक की एफडी से जुड़ें कुछ नियम बदल गए हैं. आइए जानते हैं नए साल से एफडी में जुड़े नियमों में क्या क्या बदलाव हुए हैं.
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FD को लेकर RBI ने जारी किए निर्देश
भारतीय रिचार्व बैंक यानी RBI ने एफडी (RBI Changes Bank FD) के लेकर कुछ गाइडलाइन जारी की हैं, जो हर उस व्यक्ति के लिए जरूरी है, जो अपने पैसों का निवेश एफडी में करता है. दरअसल, 1 जनवरी 2025 से RBI द्वारा हाउसिंग फाइनेंस कंपनियों (HFC) और गैर-बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों (NBFC) के लिए अपडेट किए गए रेगुलेटरी फ्रेमवर्क को लागू किया जाएगा. अगस्त में इन संशोधित दिशा-निर्देशों को जारी किया गया था. इसमें पब्लिक डिपॉजिट का अप्रूवल और रिपेमेंट, नॉमिनेशन, इमरजेंसी एक्सपेंसेस, डिपॉजिट के बारे में डिपॉजिटर्स को नोटिफाई करना जैसी चीजों को शामिल किया गया है.
एफडी से संबंधित नियमों में हुआ ये बदलाव
- RBI के नए नियम के अनुसार, जमाकर्ता अब छोटी जमा राशि यानी 10,000 रुपये तक की राशि को बिना किसी ब्याज के जमा करने के तीन महीने के भीतर निकाल सकते हैं.
- अब से बड़ी जमाराशियों के लिए मूल राशि का 50% या 5 लाख रुपये तक की आंशिक निकासी तीन महीने के भीतर बिना ब्याज के की जा सकती है.
- बीमारी के मामले में अब जमाकर्ता अपनी पूरी राशि को निकाल सकते हैं लेकिन उन्हें ब्याज का लाभ नहीं मिलेगा.
- गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) को अब अधिक समय पर अपडेट जानकारी के लिए मैच्योरिटी पीरियड से कम से कम दो सप्ताह पहले डिपॉजिटर्स को मैच्योरिटी डिटेल की जानकारी देना अनिवार्य होगा.