बिहार में कड़ाके की ठंड अपने प्रचंड दौर में है. लेकिन सियासत की गर्माहट के आगे ये कुछ भी नहीं. विधानसभा चुनाव की हलचल से पहले चुनावी मैदान में एक नया नाम सामने आ रहा है, और वह है भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) का.
रविवार को उन्होंने बिहार के लोगों के नाम एक खास संदेश दिया, जिसमें उन्होंने जात-पात की दीवारें तोड़ने और बिहार के उज्जवल भविष्य के लिए एकजुट होने की बात कही.
मैं ना जात हूं, ना पात हूं
खेसारी लाल यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए इस बात के संकेत दिए हैं कि वे आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में उतर सकते हैं. इस पोस्ट में उन्होंने बिहार के विकास के लिए हर किसी को एकजुट होने की अपील की और जातिवाद की राजनीति से दूर रहने की बात की उनका कहना था, “मैं ना जात हूं, ना पात हूं… मैं बिहार के उज्जवल भविष्य के साथ हूं.” उन्होंने बिहार में रहकर काम करने और राज्य के विकास में योगदान देने की बात की, साथ ही पलायन के बजाय सभी को मिलकर राज्य की तरक्की के लिए काम करने का आह्वान किया.
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राजनीतिक दल से जुड़ने पर चुप्पी
हालांकि खेसारी ने किसी सियासी दल के साथ जुड़ने की बात नहीं की, लेकिन उनका यह संदेश इस बात का इशारा करता है कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में भाग ले सकते हैं. वही सूत्रों के मुताबिक खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) की राजद से उम्मीदवारी पक्की हैं, बहुत जल्द इस बात पर भी मुहर लगने वाली है कि उनका विधानसभा क्षेत्र कौन सा होगा.
आपको बता दे कि इससे पहले बिहार के पाटलिपुत्र लोकसभा सीट से महागठबंधन समर्थित आरजेडी उम्मीदवार मीसा भारती के पक्ष में आयोजित चुनावी कार्यक्रम में भी भोजपुरी एक्टर खेसारी लाल यादव प्रचार कर चुके हैं. उस दौरान मंच पर मीसा भारती के दोनों भाई तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव भी मौजूद थे. ये सारे सबूत इस बात के गवाह हैं कि खेसारी अब राजद से चुनाव लड़ने का पूरा पूरा मन बना चुके हैं.
समाज में बदलाव की आवश्यकता
खेसारी ने यह भी कहा, “हम जब दूसरे राज्यों में जाते हैं, तो हम बिहारी होते हैं, लेकिन अपने घर बिहार में आकर जात-पात की दीवारें हमें अलग कर देती हैं.” उनका मानना है कि समय आ गया है जब बिहार के लोग इन दीवारों को तोड़कर राज्य के विकास की दिशा में कदम बढ़ाएं.
उन्होंने आगे लिखा, “मैं न तो नौकरी दे सकता हूँ और न ही घर में अनाज पंहुचा सकता हूं, लेकिन मैं अपनी पूरी क्षमता के साथ हर मां और भाई की आवाज बन सकता हूं.” उनका यह संदेश समाज में एकजुटता और बदलाव के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है.