बिहार में 38 जिले है. जिसका एक हिसा बक्सर (Buxar) भी है. यह गंगा नदी के किनारे तथा उतर प्रदेश के सीमा से सटा हुआ है. जो अपने आप में एक प्रकृति का अनोखा संगम हैं. यह एक एतहासिक और संस्कृति वाला जिला है. जो अपनी एतहिसिक धरोहर के लिए जाना जाता है. इसे लोग विशवामित्र की नगरी भी कहते है. इसका पुराना नाम बुद्धसर भी हैं.
बक्सर एक ऐसा स्थान है जो इतिहास, धर्म और संस्कृति का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है. इसकी पौराणिक कथाएँ, ऐतिहासिक घटनाएँ और धार्मिक स्थल इसे भारत के विशेष स्थलों में शामिल करते हैं. बक्सर (Buxar) की धरती पर कदम रखना केवल एक यात्रा नहीं, बल्कि इतिहास और संस्कृति से जुड़ने का अनुभव है.
बक्सर का इतिहास
यहाँ के इतिहास की बात करें तो 1764 में हुई बक्सर की लड़ाई ने बक्सर को पूरे भारत के इतिहास के पन्नों में शामिल कर दिया. अंग्रेजों और मिरकसीम के बीच हुई इस लड़ाई में मिरकसीम की हार हुई थी, और अंग्रेजों की प्रचंड जीत हुई थी. यह युद्ध ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी और बंगाल, अवध एवं मुग़ल साम्राज्य की संयुक्त सेनाओं के बीच हुआ था. बक्सर की लड़ाई को भारतीय इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जाता है.
वही बक्सर से 10 किलोमीटर की दूरी पर चौसा नामक एक जगह है जिसका इतिहास मुगलकालींन युग से भी जुड़ा हुवा है, इसकी वजह यह हैं कि 1526 में इसी चौसा के लड़ाई मैदान पर शेरशाह ने हुमयू को पराजित किया था.
बक्सर का खान पान और भाषा
बक्सर जिले की प्रमुख भाषा भोजपुरी है. जो यहाँ की आम बोलचाल की भाषा है. भोजपुरी के अलावा, खासकर औपचारिक और शैक्षणिक कार्यों में हिंदी भी यहाँ अधिक रूप से बोली जाती है. यहा के युवा पीढ़ी में भोजपुरी के अलावे हिंदी और अंग्रेजी दोनों का चलन बढ़ रहा है.
बात करें खान पान की तो बक्सर के प्रमुख व्यंजन लिट्टी चोखा, सत्तू , दाल-भात चोखा है. यहाँ के मीठे व्यंजन ठेकुआ, खीर, पूआ, और अनरसा जैसे मीठे पकवान त्योहारों और खास मौकों पर भी बनाए जाते हैं. जो यहाँ के लोगों के जीवन की झलक भी देता है.
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बक्सर की प्रसिद्ध जगहें
- रामरेखा घाट: गंगा नदी के किनारे स्थित यह स्थान पौराणिक मान्यताओं के अनुसार वह जगह है, जहां भगवान राम, लक्ष्मण और विश्वामित्र ने यज्ञ किया था और राक्षसों का वध किया था.
- ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर: भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर बक्सर का प्रमुख धार्मिक स्थल है। महाशिवरात्रि के समय यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं.
- कटकौली का शिव मंदिर: यह एक और प्रसिद्ध शिव मंदिर है, जो स्थानीय और पर्यटकों के बीच खासा लोकप्रिय है.
- चौसा का लड़ाई मैदान: चौसा का मैदान आज भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है. यह स्थान बक्सर जिले में गंगा नदी के पास स्थित है, जहां पर्यटक जाकर इस ऐतिहासिक स्थल की इतिहास में हुई घटनाओ को महसूस करते हैं.