बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. मंगलवार को सदन की कार्यवाही के दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) आमने-सामने हो गए. दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया. मुद्दा परिवारवाद बना.
तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने सम्राट चौधरी को उनका राजनीतिक करियर याद दिलाया तो सम्राट चौधरी ने भी लालू-राबड़ी शासनकाल की याद तेजस्वी को दिलायी. दोनों के बीच तीखे हमले शुरू हुई तो बात एक-दूसरे के पिता पर पहुंच गयी.
तेजस्वी-सम्राट के बीच नोकझोंक
विधानसभा में उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गयी जब विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और ट्रेजरी बेंच पर बैठे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी (Samrat Chaudhary) एक दूसरे पर हमला बोलने लगे. परिवारवाद का मुद्दा छिड़ा तो एक-दूसरे के पिता (लालू यादव और शकुनी चौधरी) पर बात पहुंच गयी. मामला यह है कि तेजस्वी राज्यपाल के अभिभाषण पर अपनी बात रख रहे थे. मंत्रियों को निशाने पर लेकर वो बता रहे थे कि परिवारवाद की राजनीति में किनकी भूमिका है. उन्होंने उन मंत्रियों को निशाना साधते हुए कहा कि आरोप लालू यादव पर लगते हैं.
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दोनों के पिता पर पहुंची बात
इस दौरान तेजस्वी (Tejashwi Yadav) और सम्राट (Samrat Chaudhary) में नोकझोंक शुरू हो गयी. तेजस्वी ने सम्राट से पूछा कि ‘क्या आपने और आपके पिताजी (पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी) ने भाजपा को गाली नहीं दी? जिसके जवाब में सम्राट चौधरी ने कहा ‘आपके पिताजी (लालू यादव) ने बिहार को लूटने का काम किया.’ जिसपर तेजस्वी ने कहा कि आप आखिरी बार राजद से ही चुनाव जीते थे, अब नहीं जीत सकेंगे. रिएक्शन में सम्राट चौधरी ने पूछा- ‘आप राजा हैं क्या?’
परिवारवाद बनेगा मुद्दा
बिहार विधानसभा चुनाव इसी साल होना है. भाजपा और जदयू परिवारवाद को मुद्दा बनाकर लालू यादव को घेरती है. इस चुनाव में भी परिवारवाद मुद्दा बन सकता है, इसकी संभावना अधिक है. चुनावी से पहले नीतीश सरकार की कार्यकाल का यह आखिरी बजट सत्र है. जिसे सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों भुनाने की कोशिश कर रहा है.