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archeology department: अयोध्या में मिल रहे पुरातात्विक अवशेष है भारतीय संस्कृति की पहचान, इस विरासत को पुर्तात्व विभाग करें संरक्षित

वृहस्पतिवार को सम्राट अशोक क्लब भारत शाखा – कैमूर के पदाधिकारियों ने जिला दण्डाधिकारी कैमूर के द्वारा सम्माननीय रामनाथ कोविन्द जी महामहिम राष्ट्रपति महोदय भारत सरकार को अपना ज्ञापन भेजा है. जिसमे पदाधिकारियों ने प्राचीन नगरी साकेत (अयोध्या) में चल रहे समतलीकरण के दौरान निकल रहे पुरातात्विक (archeology department) धरोहरों एवं स्थल को सुरक्षित एवं संरक्षित कर सरकारी संरक्षण में लेने की अपनी बात रखी.

संघ के सदस्यों ने कहा कि पुरातात्विक धरोहरों एवं उन स्थलों के बनावट में छेड़छाड़, तोड़फोड़, किसी प्रकार का बदलाव व विकृत करना पुरातात्विक स्थल व अवशेष अधिनियम 1958 तथा बहुमूल्य कलाकृति अधिनियम 1972 के अनुसार दंडनीय अपराध है. इसके बावजूद भी वहां मिल रहे ऐतिहासिक धरोहरों को नष्ट करते हुए, सरकार द्वारा समतलीकरण का कार्य किया जा रहा है.

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कैमूर के सदस्यों ने कहा कि

सम्राट अशोक क्लब कैमूर के सदस्यों ने कहा कि भारत सरकार तथा भारतीय पुरा तत्व विभाग (archeology department) को तत्काल संज्ञान में लेना चाहिए, परन्तु ऐसा न होने एवं सरकार द्वारा मनमानी ढंग से धरोहरों को नष्ट करने एवं मनमानी तरीके से परिभाषित किये जाने के कारण जनता में आक्रोश व्याप्त है तथा जन आन्दोलन होने की सम्भा वना है.

ज्ञापन देते समय मौके पर मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष रोहित मौर्य, धर्मेन्द्र सिंह मौर्य, राजेश मौर्य, शिव्ब्रत मौर्य, लाल बहादुर मौर्य, मनोज कुमार मौर्य तथा कई अन्य सदस्य उपस्थित रहे.

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