द भारत:- जेल में बंद बिहार पुलिस के DSP रंजीत कुमार रजक को सस्पेंड कर दिया गया है. इस कार्रवाई के बारे में मंगलवार को राज्य के गृह विभाग की तरफ से एक आदेश जारी कर दिया गया है. पिछले 21 दिनों से रंजीत कुमार रजक पटना के जेल में बंद हैं.
इनका नाम 9 मई को हुए बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के 67वें एग्जाम के पेपर लीक कांड में सामने आया था. आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम ने इन्हें दो बार की पूछताछ के बाद तीसरी बार में पटना से ही गिरफ्तार किया था.
बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस में थी पोस्टिंग: उस वक्त DSP रंजीत कुमार रजक की पोस्टिंग पटना में ही बिहार स्पेशल आर्म्ड पुलिस के 14वीं बटालियन में थी. दरअसल, इस केस की जांच करते हुए EOU की टीम ने जब गया के डेल्हा स्थित राम शरण सिंह इविनिंग कॉलेज प्रिंसिपल शक्ति कुमार को गिरफ्तार किया था. फिर इससे हुई पूछताछ और इसके मोबाइल को खंगालने के बाद DSP रंजीत कुमार रजक का नाम सामने आया था. शक्ति कुमार ने अपने मोबाइल से DSP को एग्जाम के दिन ही क्वेश्चन पेपर का फोटो खिंच कर भेजा था.
रडार पर कई अन्य अफसर भी: EOU के DIG की तरफ से इस मामले में एक रिपोर्ट गृह विभाग और पुलिस मुख्यालय को भेजी गई थी. इसके बाद ही आज गृह विभाग की तरफ से DSP के सस्पेंशन की कार्रवाई की गई.
इस मामले में रंजीत कुमार रजक से कनेक्शन के एक दर्जन से भी अधिक अधिकारी जो अलग-अलग विभागों में पोस्टेड हैं, EOU के रडार पर हैं. इनमें से कई से पूछताछ भी हो गई है. सरकारी नौकरी के लिए हुई इनके बहाली की प्रक्रिया संदेह के घेरे में है.