द भारत: यूट्यूबर मनीष कश्यप की गिरफ्तारी के विरोध में बिहार बंद को लेकर लोग सड़क पर निकले है. नीतीश और तेजस्वी के खिलाफ नारेबाजी हो रही है. टायर जलाकर प्रदर्शन कर रहे हैं. पुलिस प्रदर्शन कर रहे लोगों को खदेड़कर जाम खुलवाने में जुटी हुई है.
पटना के कारगिल चौक पर पुलिस ने जाम लगाने की कोशिश कर रहे समर्थकों को हिरासत में लिया है. इस दौरान कहासुनी के साथ हाथापाई भी हुई. पुलिस समर्थकों को गाड़ी में बिठाकर थाने ले गई है. जहानाबाद में समर्थकों ने गया-पटना NH-83 को जाम कर दिया.
समर्थक पूरे मामले की CBI जांच की मांग कर रहे है. नालंदा में भी मनीष के समर्थकों का कहना है कि प्रशासन जान बूझकर मनीष को फर्जी वीडियो केस में फंसा है. जिस कारण वो इस गिरफ्तारी का विरोध करते हैं.
मनीष पर क्या हैं आरोप: मनीष कश्यप पर तमिलनाडु में बिहारी मजदूरों पर हमले का फेक वीडियो बनाने और उसे वायरल करने का आरोप है. EOU ने इस मामले में 3 केस दर्ज किए हैं. वहीं अपनी गिरफ्तारी की झूठी खबर चलाने को लेकर भी मनीष पर पटना में एक FIR हुई है.
इसके अलावा पश्चिम चंपारण में यूट्यूबर के खिलाफ 7 मामले दर्ज हैं. 18 मार्च को सरेंडर करने के बाद मनीष को रविवार शाम 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
इधर, EOU द्वारा मनीष कश्यप की रिमांड बढ़ाने के लिए कोर्ट में आवेदन दे दिया गया है. EOU को मनीष कश्यप से कई अहम तथ्यों और उसके पास से बरामद संवेदनशील जानकारियों पर पूछताछ करना बाकी है. तमिलनाडु मामले में फर्जी वीडियो वायरल करने वाले एक और आरोपी नागेश सम्राट उर्फ नागेश कश्यप को भी EOU ने गिरफ्तार किया है.