आईपीएल में सोमवार को चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) के बीच खेला गया टूर्नामेंट का 24वां मैच बहुत रोमांचक रहा. इस मुक़ाबले में क्रिकेट के प्रशंसकों को वैसा सब कुछ देखने को मिला जो वो महेंद्र सिंह धोनी और विराट कोहली की मौजूदगी वाले मैच में देखने की उम्मीद करते हैं.
डेवन कॉनवे, अजिंक्य रहाणे, शिवम दुबे, फाफ डुप्लेसी, ग्लेन मैक्सवेल, दिनेश कार्तिक की तूफ़ानी पारी देखने को मिली. रहाणे और कार्तिक को छोड़ इन सभी खिलाड़ियों ने तेज़ अर्धशतक जमाए. इनमें से किसी भी बल्लेबाज़ का स्ट्राइक रेट 184 से कम नहीं था.
मैच में रिकॉर्ड छक्के बरसे
मैक्सवेल, डुप्लेसी के पिच पर रहते आरसीबी के लिए मैच आसान दिख रहा था लेकिन अंत में एक बहुत की क़रीबी नतीज़ा आया. अंतिम ओवरों में शानदार गेंदबाज़ी देखने को मिली. यहां तक कि यह उन बहुत कम मैचों में से एक था जब मैदान में धोनी की भावनाएं भी उनके चेहरे पर साफ़ पढ़ने को मिली. मैच के दौरान धोनी ख़राब और सुस्त फील्डिंग पर एक दो बार तमतमाते हुए भी दिखे.
इतना सब कुछ हुआ और नतीजा धोनी की चेन्नई सुपर किंग्स की टीम के पक्ष में आया, जो 226 का एक बड़ा स्कोर खड़ा करने के बावजूद केवल 8 रनों से जीतने में कायमाब हुई. दूसरी ओर बहुत लाजवाब प्रदर्शन करने के बावजूद रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम इस सीज़न की तीसरी हार से ख़ुद को नहीं बचा सकी.
क्या हुआ मैच के दौरान?
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान फाफ डुप्लेसी ने टॉस जीत कर चेन्नई सुपर किंग्स को पहले बल्लेबाज़ी के लिए उतारा. डुप्लेसी चिन्नास्वामी स्टेडियम में चेज़ करना चाहते थे तो उसकी वजह ये थी कि यहां चेज कर के जीतने के अधिक मामले देखने को मिले हैं.
अंतरराष्ट्रीय टी20 में इस मैदान पर आठ में से पांच में चेज करते हुए जीत मिली है, तो आईपीएल में यहां बाद में बैटिंग करने वाली टीम ने और अधिक मैच जीते हैं. इस मैच के नतीजे को अगर शामिल कर लें तो इस मैदान पर अब तक 2015 आईपीएल मैच खेले गए हैं. इनमें से चेज़ करते हुए 113 बार जीत हासिल हुई है जबकि 95 मुक़ाबले में पहले खेलने वाली टीम जीती है.
चेन्नई सुपर किंग्स ने पहले बैटिंग की. डेवन कॉनवे ने 45 गेंदों पर 83 रन बनाए. शिवम दुबे ने केवल 27 गेंदों पर 52 रन बना दिए. वहीं अजिंक्य रहाणे अपने नए अवतार में केवल 20 गेंदों पर 37 रन बनाए. अंबाति रायुडू केवल छह गेंदों पर 14 रन का योगदान दिए. चेन्नई सुपर किंग्स की टीम छह विकेट पर 226 रन बनाई.
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बैंगलोर ने विराट समेत शुरुआती दो विकेट सस्ते में गंवा दिए. पूर्व कप्तान विराट कोहली दुर्भाग्यशाली रहे. पहले ओवर की आख़िरी गेंद पर आकाश सिंह की गेंद विराट कोहली के पैड और बूट से टकराते हुए स्टंप्स को छू गई और बेल्स गिर गए.
जब हो रही थी छक्कों की बरसात
इस आईपीएल में विराट लय में दिख रहे थे, शानदार चौका भी जड़े लेकिन केवल छह रन बना कर आउट हो गए. इसके बाद पिच पर मैक्सवेल और डुप्लेसी का शो चला. दोनों ने कुल मिलाकर 69 गेंदों का सामना किया और 138 रन बना डाले.मैक्सवेल 36 गेंदों पर 211.11 के स्ट्राइक रेट और आठ छक्कों की मदद से 76 रन बना कर आउट हुए तो डुप्लेसी ने 62 रन (33 गेंद पर) बनाए.
मैक्सवेल किस अंदाज में बैटिंग कर रहे थे इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि जब तक वे पिच पर रहे उनके बल्ले से लगकर गेंद प्रत्येक ओवर में छक्के, चौके के लिए बाउंड्री से बाहर जा रही थी. मैक्सवेल मैच बना कर गए.जब वे आउट हुए तब आरसीबी को जीत के लिए 47 गेंदों पर 86 रन चाहिए थे लेकिन अगले ओवर में डुप्लेसी के आउट होते ही पासा पलट गया.
मैच में कुल 33 छक्के लगे और इन दो बल्लेबाज़ों के बल्ले से दस. इन दोनों के पवेलियन लौटने के बाद कुछ देर के लिए दिनेश कार्तिक ने भी अपने बल्ले का मुंह खोल दिया. 14 गेंदों पर 28 रन बनाए.
उनके रहते भी ये लग रहा था कि चेन्नई की जीत मुश्किल है और जब वे आउट हुए तो धोनी की टीम ने राहत की सांस ली. हालांकि कार्तिक के आउट होने के बाद भी आरसीबी को जीत के लिए बहुत रन नहीं बनाने थे. टीम तब 11.29 के रन रेट से स्कोर कर रही थी. उसे आगे 11.66 के रन रेट से स्कोर करना था. यहां से अंतिम 24 गेंदों पर केवल 46 रन की दरकार थी जो कि टी20 मैचों में अमूमन बन जाया करता है.
धोनी ने अपने मिस्ट्री बॉलर को गेंद थमाई
यहां काम आए महेंद्र सिंह धोनी के वो मिस्ट्री बॉलर जिन्हें इस मैच में एक बदलाव के तौर पर अंतिम एकादश में जगह दी गई. ये वो मिस्ट्री बॉलर हैं जिनकी तारीफ़ों के पुल धोनी पिछले साल आईपीएल के दौरान बांध चुके हैं, जब इन्होंने अपना डेब्यू मैच खेला था.गुजरात टाइटंस के ख़िलाफ़ बीते वर्ष खेले गए उस मैच में भले ही चेन्नई की टीम हार गई थी लेकिन इस मिस्ट्री बॉलर ने शुभमन गिल और हार्दिक पंड्या की विकेटें ली थीं.
मैच के बाद धोनी ने इन्हें डेथ ओवर का बेहतरीन गेंदबाज़ बताया था.जी हां आपने ठीक समझा ये हैं श्रीलंका के मथीसा पथिराना. पथिराना का बॉलिंग एक्शन श्रीलंका के पूर्व गेंदबाज़ लसिथ मलिंगा से मेल खाता है और तब धोनी ने उनके बारे में कहा भी था कि उनके बॉलिंग एक्शन की वजह से उन्हें ज़्यादा उछाल नहीं मिलेगा और गेंद सीधी बल्ले पर नहीं आएगी.
यह इस आईपीएल में पथिराना का पहला मैच ही था.
हालांकि मैच में पथिराना को मैक्सवेल खूब अच्छे से पढ़ चुके थे. यही वजह थी कि उन्होंने पथिराना के दो ओवरों में 27 रन बटोरे और खूब चौके छक्के भी जड़े. जब डेथ (18वें) ओवर में धोनी ने उन पर विश्वास जताते हुए दोबारा उन्हें गेंद थमाई तो पिच पर न मैक्सवेल थे और न ही डुप्लेसी. यहां पथिराना ने वैसा ही कर दिखाया जैसा धोनी ने उनके बारे में पिछले साल कहा था.
मिस्ट्री बॉलर ने कैसे मैच का रुख़ मोड़ दिया?
मैच उस मोड़ पर था जब 17 ओवरों का खेल हो चुका था और बाकी बची 18 गेंदों पर आरसीबी को 35 रन बनाने थे और उसके केवल पांच बल्लेबाज़ ही आउट हुए थे. पथिराना ने 18वें ओवर की पहली गेंद पर विकेट ले लिया. विकेट लेने के बाद धोनी उनसे बात करते दिखे. वो उनको कुछ बता, समझा रहे थे.अगली गेंद पथिराना ने बेहद तेज़ डाली, तो तीसरी गेंद धीमी. इन दोनों गेंदों पर कोई रन नहीं बनने दिए.
चौथी गेंद बाउंसर डाले तो पांचवी वाइड हो गई. लेकिन उसके बाद की दो गेंदों पर भी पथिराना ने केवल दो ही रन बनने दिए.इस तरह मैच के इस सबसे महत्वपूर्ण ओवर में आरसीबी केवल चार रन ही बना सकी और उसका एक बल्लेबाज़ भी आउट हो गया.
फिर जब मैच के आख़िरी ओवर में आरसीबी को जीत के लिए 19 रन चाहिए थे तो पथिराना की पहली और दूसरी गेंद पर केवल एक रन बने.तीसरी गेंद पर छक्का भी खाए लेकिन फिर केवल दो रन ही बनने दिए और अंतिम गेंद पर विकेट भी ले लिए. मथीसा पथीराना की सोशल मीडिया पर भी खूब सराहना हुई. किसी ने उन्हें डेथ ओवर का नया मसीहा लिखा तो किसी ने लिखा कि धोनी को उन पर भरोसा है.