Crime News: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) मामले में एक बार फिर से बिहार में NIA और ATS की टीम ने रेड मारी है. पटना और दरभंगा में छापेमारी की गई है. रविवार की सुबह 5 बजे टीम ने दोनों जगह एक साथ कार्रवाई की है. दरभंगा में बहेरा थाना क्षेत्र के छोटकी बाजार से टीम ने एक संदिग्ध युवक को उठाया है. वह पटना में रहकर पढ़ाई करता था. दरभंगा पुलिस की मदद से NIA की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है.
पटना में टीम ने ये कार्रवाई फुलवारी शरीफ की संस्था इमारते शरिया के पास मोहम्मद रियाजउद्दीन की किताब दुकान में की. टीम की छापेमारी के दौरान मौजूद पास ही रहने वाले मोहम्मद एमडी आलम ने बताया कि यहां एक किताब की दुकान है. ये दुकान मोहम्मद कासमी साहब की है. यहां उर्दू, अरबी की किताबें मिलती हैं. टीम किताबों में कुछ ढूंढ रही थी, लेकिन उन्हें कुछ नहीं मिला. हम कासमी साहब को अच्छे से जानते हैं वो इस तरह के इंसान नहीं हैं.
सूत्रों के अनुसार यह कार्रवाई तमिलनाडु से गिरफ्तार किए गए मुमताज अंसारी से पूछताछ में मिले क्लू के आधार पर हो रही है.
तिरुवल्लूर से हुई थी गिरफ्तार
मुमताज अंसारी बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के महिषी थाना इलाके का रहने वाला है. PFI मामले में पटना के फुलवारी शरीफ थाना में FIR नंबर 827/22 में ये वांटेड था. इस केस को NIA ने टेक ओवर किया था. इसके बाद भी मुमताज पकड़ा नहीं गया था. बिहार ATS को उसका स्पेशल इनपुट मिला. जिसके बाद एक टीम तमिलनाडु गई थी. टीम करीब 10 दिनों तक तिरुवल्लूर जिले के बरियपल्लम में रही. वहां मुमताज छिपकर और अपनी पहचान बदलकर रह रहा था. वो वहां एक फैक्ट्री में काम कर रहा था. यहीं से 19 जून की सुबह बिहार ATS की टीम ने उसे गिरफ्तार किया था. इसके बाद NIA को सौंप दिया था.
क्राइम खबरों Crime News के लिए द भारत के साथ बने रहे.