Logic:दूध सबसे पौष्टिक आहार माना गया है. क्योंकि इसमें प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी-2, फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयोडीन और फैट प्रचूर मात्रा में पाया जाता है. लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि दुनिया में एक जानवर ऐसा है, जिसका दूध कभी फटता ही नहीं, तो क्या आप यकीन करेंगे? शायद नहीं. ऑनलाइन प्लेटफार्म कोरा पर यही सवाल पूछा गया. किसी ने जानना चाहा कि क्या कोई ऐसा दूध है जो कभी नहीं फटता? तमाम यूजर्स ने जवाब दिए. अजबगजब नॉलेज सीरीज में आज बात इसी की कि क्या सच में कोई दूध ऐसा है, जो कितने भी दिन रख दो नहीं फटता? ज्यादातर लोगों को नहीं होगी जानकारी. भारत के एक राज्य में तो यह बहुतायत मिलता है और लोग वहां इस्तेमाल भी करते हैं.
दूध फटना एक नेचुरल प्रकिया है. एसिडिटी और बैक्टीरिया की मात्रा अधिक होने पर यह फट जाता है. हालांकि, कुछ दूध उत्पादक कंपनियां न्यूट्रीलाइजर, स्टार्च और फोरमिलीन समेत कई केमिकल मिलाने लगी हैं ताकि इसे जल्दी फटने से रोका जा सके. इसलिए आप देखते होंगे कि कुछ दूध तीन चार दिन तक रखने के बाद भी नहीं फटता. कुछ दूध तो ऐसा भी होता है कि अगर एक हफ्ते तक आप फ्रिज में रखें तो भी नहीं फटता. मगर इनकी गुणवत्ता पर सवाल है. तो क्या कोई भी दूध ऐसा नहीं है कि जो फटता न हो.
जवाब बेहद दिलचस्प
एक यूजर ने इसका जवाब दिया, उन्होंने बताया कि ऊंटनी का दूध कभी नहीं फटता. लेकिन एक दूसरे यूजर ने इसे खारिज कर दिया. खुद को फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी में साइंटिफिक ऑफिसर बताने वाले राघव यदु ने लिखा, जो नियमित रूप से दूध देने वाले जानवरों का दूध फटता ही है. दूध का फटना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है जो इन जानवरों में होती है. कोई भी जानवर ऐसा जानवर नहीं है जिसका दूध कभी फटता न हो. यह सिर्फ अफवाह है.
ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की ताकत
ऊंटनी का दूध बहुत ताकवतर होता है. इसमें ब्लड शुगर को नियंत्रित करने की ताकत होती है. अगर आप रोजाना ऊंटनी का दूध पीएं तो फास्टिंग शुगर लेवल कम हो सकत है. नाश्ते में इसे लें तो दिनभर शुगर मेंटेन रहती है. कोलेस्ट्रॉल और यहां तक कि आपके चेहरे से बुढ़ापा दूर करने के लिए यह दूध बहुत अच्छा माना गया है. इसीलिए इसे अमृत माना गया है. भारत में ऊंटनी का दूध राजस्थान और गुजरात के कई इलाकों में पीया जाता है. कुछ कंपनियां तो इससे दूध, रबड़ी, घी, छाछ, दही, क्रीम, कुल्फी, आइसक्रीम और बर्फी तक बना रही हैं.