जनसंख्या नियंत्रण पर मुख्यमंत्री का दिया बयान और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को विधानसभा में फटकार दिए. इसके बाद विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने नीतीश कुमार पर हमला बोल दिया. इस विवाद के बीच नीतीश कुमार ने फिर से बिहार को विशेष राज्य (Bihar Special Status) के दर्जे की मांग केंद्र से कर दी है. उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य (Bihar Special Status) का दर्जा नहीं मिला तो आंदोलन करेंगे. इस बयान के बाद राज्य की राजनीति गरमा गई है.
नीतीश कुमार पहली बार विशेष राज्य की मांग नहीं किया है. इससे पहले भी वे कई बार विशेष राज्य के दर्जे की मांग कर चुके हैं और आंदोलन चला चुके हैं. इस बार आंदोलन का क्या असर पड़ेगा, यह आने वाला समय ही बताएगा.
ये भी पढ़ें: Petrol and diesel rates: जानिए अपने शहर मे आज के पेट्रोल और डीजल के लेटेस्ट रेट
वहीं, बीजेपी ने कहा है कि चुनाव से पहले नीतीश कुमार को यह मुद्दा याद आता है। 18 साल से मुख्यमंत्री पद पर विराजमान है। इस दौरान उन्होंने क्या किया है.
राबड़ी देवी ने सबसे पहले अटल बिहारी वाजपेयी से यह मांग की थी: मृत्युंजय तिवारीय
राजद ने पहली बार विशेष राज्य की मांग की थी. राजद के प्रदेश प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि लंबे समय से बिहारवासियों की मांग रही है. यह वाजिब मांग है, लेकिन भारत सरकार इस मांग को पूरा नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं, तब गांधी मैदान में आंचल फैलाकर देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से बिहार को विशेष राज्य की दर्जा देने की मांग की थी. उसी समय से यह मांग की जा रही है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने बिहार को विशेष पैकेज देने की घोषणा की थी, वह भी नहीं मिला. इसलिए अब बिहार के लोग चुप नहीं बैठेंगे. विशेष राज्य का दर्जा लेकर रहेंगे. केंद्र सरकार की कान में जूं नहीं रेंग रहा, तो लड़कर लेंगे.
नरेंद्र मोदी से उम्मीद करना बेईमानी: कांग्रेस
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता असित नाथ तिवारी ने कहा है कि गुजरात जैसे अमीर राज्य को सस्ती बिजली और बिहार जैसे गरीब राज्य को महंगी बिजली देने वाली नरेंद्र मोदी सरकार से कोई उम्मीद करना बेईमानी है.
बिहारियों को अगर अपने प्रदेश से मोहब्बत और मिट्टी से प्यार है तो 2024 लोकसभा चुनाव में मोदी को सत्ता से बाहर करें. एक-एक वोट की ताकत से ही यह संभव है.
मांग सही पर बिहार सरकार को भी मंथन करना चाहिए: कुणाल
माले के राज्य सचिव कुणाल कहते हैं कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए. यह नीतीश कुमार की सही मांग है, लेकिन इसके साथ-साथ बिहार सरकार को यह मंथन भी करना चाहिए कि उसके हिस्से का जो विकास है. वह कितना हुआ है. जातीय गणना के बाद जो तस्वीर आई है. वह चौंकाने वाली है.
चुनाव नजदीक आ्ने पर आता है याद: बीजेपी
बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता कुंतल कृष्णा ने कहा कि बिहार में जब-जब चुनाव नजदीक आता है, जब-जब नीतीश कुमार को विशेष राज्य की याद आती है और मांग करने लगते हैं. पिछले 18 साल से बिहार का मुख्यमंत्री है और उसके साथी ने 15 साल राज किया. वो व्यक्ति विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर रहा है.