लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) में एनडीए की सीट शेयरिंग से नाराज पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को भारतीय जनता पार्टी ने मना लिया है. उनकी नाराजगी को दूर कर दिया है. बिहार बीजेपी प्रभारी ने उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की और एक अलग फॉर्मूला निकाला. राष्ट्रीय लोक मोर्चा को बिहार विधान परिषद की एक सीट दी जाएगी. साथ ही नीतीश मंत्रिमंडल में उनकी पार्टी को जगह भी दी जाएगी. मतलब, राज्य सरकार में उनकी पार्टी के एक नेता को मंत्री बनाया जाएगा.
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दरअसल, NDA के अंदर बिहार में लोकसभा की 40 में से मात्र काराकाट की एक सीट ही राष्ट्रीय लोक मोर्चा को दी गई है. इस सीट से खुद उपेंद्र कुशवाहा उम्मीदवार होंगे. एक सीट मिलने से वो नाराज चल रहे थे. हालांकि उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि वे नाराज नहीं थे.
कुशवाहा को मनाने बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े पहुंचे
उपेंद्र कुशवाहा पिछले दो-तीन दिनों से दिल्ली में हैं। दो दिन पहले ही वे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले थे. उनसे मिलकर अपनी बातों को रखा था. पार्टी की डिमांड से अवगत कराया था, लेकिन उनकी नजर सोमवार को दिल्ली में हुए NDA की तरफ सीट शेयरिंग के आधिकारिक ऐलान पर थी. जब सीटों की घोषणा हुई तो उनकी नाराजगी सामने आ गई.
इसी कारण मंगलवार को भाजपा के बिहार प्रभारी विनोद तावड़े खुद उपेंद्र कुशवाहा से मिलने उनके घर पहुंच गए. काफी देर तक दोनों नेताओं के बीच बातें हुई. नाराजगी दूर करने के लिए नया फार्मूला विनोद तावड़े ने रखा, जिससे उपेंद्र कुशवाहा ने स्वीकार कर लिया है.
पार्टी के नेताओं के लिए मांग रहे थे सीट
उपेंद्र कुशवाहा 2014 में हुए लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) के तर्ज पर सीटों की डिमांड कर रहे थे. उन्हें अपने पार्टी के नेताओं के लिए भी और सीटें चाहिए थी. पार्टी नेताओं के अनुसार सीतामढ़ी और जहानाबाद की सीट उन्हें चाहिए थी. इस बात को वे खुद लगातार भाजपा के बड़े नेताओं से हुए मुलाकातों के दौरान रख रहे थे. लेकिन, उनकी बातों को नहीं माना गया. जदयू के वापस NDA में आने से सीटों का गणित ही बिगड़ गया. इस कारण उनकी प्लानिंग पर पानी फिर गया. नाराजगी दूर होने के बाद उपेंद्र कुशवाहा आज ही देर शाम दिल्ली से पटना वापस आ रहे हैं.