Munger Lok sabha seat, लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) का बिगुल बज चुका है. एनडीए (NDA) हो या इंडिया (INDIA) गठबंधन से जुड़ी पार्टियां सभी अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं. आज हम आपको बिहार की मुंगेर लोकसभा सीट (Munger Lok sabha seat) का जातीय समीकरण और इतिहास बताने जा रहे हैं. यहां चौथे चरण में 13 मई 2024 को मतदान होना है.
तीन चुनावों से लगातार बाहुबलियों की पत्नी मैदान में
बिहार में लोकसभा की कुल 40 सीटें हैं. इनमें मुंगेर लोकसभा सीट का अपना विशेष महत्व है. यह सीट इस बार एनडीए गठबंधन की तरफ से नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी जदयू के खाते में गई है. जदयू (JDU) ने यहां से वर्तमान सांसद और पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह (Rajeev Ranjan Singh alias Lalan Singh) को एक बार फिर चुनावी मैदान में उतारा है. उधर, इंडिया अलायंस की तरफ से यह सीट लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) की पार्टी राजद (RJD) के खाते में गई है.
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राजद ने यहां से बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी महतो (Anita Devi Mahato) को अपना उम्मीदवार बनाया है. ललन सिंह के मुकाबले में पिछले तीन लोकसभा चुनाव से लगातार बाहुबलियों की पत्नी चुनाव मैदान में उतर रही हैं. लोकसभा चुनाव 2014 ललन सिंह को बाहुबली नेता सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी से पराजित भी होना पड़ा था. हालांकि लोकसभा चुनाव 2019 ललन सिंह ने बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी को हरा दिया था.
क्या हैं मुंगेर लोकसभा सीट (Munger Lok sabha seat) का इतिहास
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र मुंगेर, लखीसराय और पटना जिला में फैला हुआ है. इसमें मुंगेर का मुंगेर और जमालपुर, लखीसराय जिले का लखीसराय व सूर्यगढ़ा तथा पटना जिले का मोकामा और बाढ़ विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं. मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में पहली बार चुनाव 1952 में हुआ था. उस समय मुंगेर 4 लोकसभा सीटों में बंटा हुआ था. उस समय यहां से कांग्रेस उम्मीदवार मथुरा प्रसाद मिश्र, बनारसी पीडी सिन्हा, नयन तारा दास और सुरेश चंद्र मिश्र चुनाव जीते. 1957 के चुनाव में दो सीटों पर चुनाव हुआ था. कांग्रेस उम्मीदवार बनारसी प्रसाद सिन्हा और नयन तारा दास ने जीत दर्ज की थी.
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कांग्रेस को जीत नसीब नहीं हुई
1967 के चुनाव में यहां सभी सीटों को मिलाकर एक कर दिया गया और मुंगेर लोकसभा सीट एक हो गई .शुरू में इस सीट पर कांग्रेस पार्टी का दबदबा था. लेकिन 1984 के बाद यहां से कांग्रेस को जीत नसीब नहीं हुई. इसके बाद भाकपा, समता पार्टी, जनता दल, राजद, लोजपा, जदयू के उम्मीदवारों ने जीत दर्ज करने में सफलता पाई. 2008 में परिसीमन के बाद मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति में काफी बदलाव हुआ. परिसीमन के बाद से संपन्न हुए तीन लोकसभा चुनावों में मुंगेर लोकसभा सीट एनडीए के खाते में गई है.
कब और किसने दर्ज की जीत
- 1952: मथुरा प्रसाद मिश्र, कांग्रेस
- 1952: सुरेश चंद्र मिश्रा, कांग्रेस
- 1952: बनारसी पीडी सिन्हा, कांग्रेस
- 1952: नयन तारा दास, कांग्रेस
- 1957: बनारसी प्रसाद सिन्हा, कांग्रेस
- 1957: नयन तारा दास, कांग्रेस
- 1962: बनारसी प्रसाद सिन्हा, कांग्रेस
- 1964: मधु लिमये, (उपचुनाव), एसएसपी
- 1967: मधु लिमये, एसएसपी
- 1971: देवेंद्र प्रसाद यादव, कांग्रेस
- 1977: श्रीकृष्ण सिंह, जनता पार्टी
- 1980: देवेंद्र यादव, कांग्रेस
- 1984: देवेंद्र प्रसाद यादव, कांग्रेस
- 1989: धनराज सिंह, जनता दल
- 1991: ब्रह्मानंद मंडल, भाकपा
- 1996: ब्रह्मानंद मंडल, समता पार्टी,
- 1998: विजय कुमार विजय, राजद
- 1999: ब्रह्मानंद मंडल, जदयू
- 2004: जय प्रकाश नारायण यादव, राजद
- 2009: राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जदयू
- 2014: वीणा देवी, लोक जनशक्ति पार्टी
- 2019: राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जदयू
वीणा देवी ने ललन सिंह को दी थी मात
लोकसभा चुनाव 2014 में एनडीए से अलग होकर मुंगेर से जदयू ने राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह को चुनावी मैदान में उतारा था. उधर, एनडीए की तरफ से लोक जनशक्ति पार्टी ( LJP) की वीणा देवी प्रत्याशी थीं. चुनाव में वीणा देवी ने जीत दर्ज की थी. वीणा देवी को कुल 352911 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर रहे ललन सिंह को 243827 मतों से संतोष करना पड़ा था. लोकसभा चुनाव 2014 में इस संसदीय सीट पर जीत का अंतर 109084 रहा था. तीसरे स्थान पर 182971 वोटों के साथ आरजेडी के प्रगति मेहता रहे थे.
2019 में कांग्रेस प्रत्याशी पर भी भारी पड़े थे ललन सिंह
लोकसभा चुनाव 2019 में मुंगेर सीट से एनडीए के साथ जदयू ने चुनाव लड़ा और राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह चुनावी मैदान में उतरे. उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार नीलम देवी को 1,67,937 मतों के अंतर से हराया था. इस लोकसभा चुनाव में ललन सिंह को 528762 वोट हासिल हुआ था. दूसरे स्थान पर हीं नीलम देवी को 360825 वोट मिले थे.
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में कुल इतनी हैं विधानसभा सीटें
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में कुल छह विधानसभा सीटें हैं. वर्तमान समय में तीन विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है. इनमें मुंगेर से भाजपा के प्रणव कुमार, लखीसराय से विधायक सह उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और बाढ़ से ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू विधायक हैं. इसके अलावा मोकामा से राजद विधायक नीलम देवी और सूर्यगढ़ा से राजद विधायक प्रह्लाद यादव विगत दिनों बिहार विधानसभा में हुए शक्ति परीक्षण के दौरान राजद को छोड़ एनडीए के खेमे में आ चुके हैं. जमालपुर विधानसभा सीट पर जदयू का कब्जा है. श्रीकृष्ण सिंह हवेली खड़गपुर से जीतकर बिहार के पहले मुख्यमंत्री बने थे. परिसीमन के पूर्व मुंगेर जिले में हवेली खड़गपुर विधानसभा क्षेत्र होता था.
क्या है जातीय समीकरण
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र की जातीय समीकरण की बात करें तो यहां 2008 में परिसीमन के बाद भूमिहारों का दबदबा बढ़ गया है. इसके अलावा यहां यादव और मुस्लिम मतदाताओं की संख्या भी अच्छी-खासी है. इसके अलावा कुशवाहा, सामान्य वर्ग और एससी-एसटी समुदाय के लोग भी चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाते रहे हैं. लोकसभा चुनाव 2019 के आंकड़ों के मुताबिक यहां 51.02 फीसदी हिंदू मतदाता और 48 फीसदी मुस्लिम वोटर्स हैं.
ईसाई, सिख और अन्य मतदाताओं की हिस्सेदारी क्रमशः 0.98 प्रतिशत, 0.30 प्रतिशत और 0.34 प्रतिशत है. यहां कुल मतदाताओं की संख्या 20,41,142 है. इसमें 10,82,239 पुरुष और 9,58,851 महिला मतदाता हैं. 18 से 19 वर्ष के मतदाताओं की संख्या 29890 है. 16318 दिव्यांग मतदाता हैं. लोकसभा चुनाव 2024 में मुंगेर में कुल 2025 मतदान केंद्र बनाए गए है जहा 13 मई को वोट डाले जाएंगे