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Patna High Court : SC, ST, OBC का आरक्षण रद्द करने के खिलाफ RYA और AISA का विरोध प्रदर्शन

बिहार में जाति जनगणना के बाद महागठबंधन की सरकार ने बिहार में OBC, SC, ST के लिए आरक्षण 50% से बढ़ाकर 65% कर दिया था. बिते कल पटना हाइकोर्ट (Patna High Court) ने आरक्षण (Reservation) को बढ़ाने वाले कानून को रद्द कर दिया हैं. यह खबर मिलते ही पुरे बिहार मे आग की तरह फैल गई जिसका असर ये रहा कि पुरे बिहार में हाईकोर्ट के इस फैसले के खिलाफ छात्र और युवा संगठन जमकर विरोध प्रदर्शन कर रहे है.

इसी कड़ी में छात्र संगठन आइसा (AISA) और युवा संगठन आरवाईए (RYA) नें बक्सर के ज्योति चौक पर हाईकोर्ट के आदेश की प्रति जलाकर विरोध प्रदर्शन करते हुए इस फैसले को निरस्त करने की मांग की.


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नारों के साथ विरोध प्रदर्शन

  1. SC, ST, OBC के आरक्षण पर हमला बंद करो.
  2. 10% EWS आरक्षण (Reservation) रद्द क्यो नही.. हाईकोर्ट जवाब दो.
  3. छात्र युवाओ के अधिकार पर हमला क्यो हाईकोर्ट जवाब दो.

इस तरह के नारो को बुलंद कर बक्सर ज्योतिचौक पर हाईकोर्ट (Patna High Court) के फैसले के खिलाफ छात्र युवाओ ने विरोध प्रदर्शन किया और उच्च न्यायालय के दोहरे चरित्र का पर्दाफाश कर बड़ा सवाल खड़ा किया.

आपको बात दें कि कोर्ट ने बिहार में पदों और सेवाओं में रिक्तियों का आरक्षण (संशोधन) अधिनियम, 2023 और बिहार (शैक्षणिक संस्थानों में प्रवेश में) आरक्षण (संशोधन) अधिनियम, 2023 को अनुच्छेद 14, 15 और 16 के तहत समानता खंड का उल्लंघन बताते हुए रद्द कर दिया है.

जानिए क्या हुआ कोर्ट में..

अधिवक्ता दीनू कुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने इंदिरा स्वाहनी मामलें में आरक्षण की सीमा पर 50 प्रतिशत का प्रतिबंध लगाया था. अधिवक्ता ने आगे कहा कि जातिगत सर्वेक्षण का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, जिसमें 50% से बढ़ाकर 65% आरक्षण (Reservation) किये जाने के राज्य सरकार के फैसले को चुनौती दी गई है. इस फैसले के बाद बिहार सरकार को SC, ST, EBC और OBC को शिक्षण संस्थानों और सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के लिए नए सिरे से विचार करना होगा.

याचिकाकर्ताओं ने 9 नवंबर, 2023 को पारित इस कानून को चुनौती दी थी. पटना हाईकोर्ट (Patna High Court) ने 11 मार्च, 2024 को इस मामले में अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. इससे पहले हुई सुनवाई में, महाधिवक्ता पी.के.शाही ने राज्य सरकार का पक्ष रखते हुए कहा था कि आरक्षण (Reservation) का यह फैसला इन वर्गों का पर्याप्त प्रतिनिधित्व न होने के कारण लिया गया था.

प्रदर्शन में RYA जिला संयोजक राजु सिंह, तेजनारायण सिंह सहसंयोजक गनेश सिंह, अजीत राकेश, अभिषेक पासवान, रोहित गोस्वामी, दिपु कुशवाहा और AISA के अंकित सिद्धार्थ, नितीश दास, राहुल ठाकुर, हरेराम प्रजापति, कुनाल मौर्य, अभिषेक मौर्य समेत कई छात्र और युवा उपस्थित रहे.

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