बिहार में बिजली विभाग द्वारा लगाए जा रहे हैं, स्मार्ट मीटर (Bihar Smart Meters Protest) को लेकर इन राज्य की सियासत गर्म है. विपक्ष इस स्मार्ट मीटर को लेकर सरकार को घेरने में लगा हुआ है. विधान परिषद की कार्रवाई शुरू होने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्ष दलों के विधान पार्षद नेताओं ने विधान परिषद पोट्रिको के बाहर प्रदर्शन किया.
स्मार्ट मीटर को लेकर विपक्षी दलों की तरफ से कहा जा रहा है यह स्मार्ट मीटर (Bihar Smart Meters Protest) राज में स्मार्ट घोटाला कर रहा है. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार को स्मार्ट मीटर लगाना बंद करना चाहिए. इस स्मार्ट मीटर के जरिए प्राइवेट कंपनी राज्य के लोगों के साथ स्मार्ट घोटाला करने में लगी हुई है. साथ ही रोजगार को लेकर भी राबड़ी देवी ने कहा कि सरकार को बिहार के युवाओं को रोजगार देना चाहिए.
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इथेनॉल भंडारण की कोई दिक्कत नहीं
परिषद में MLC नीरज कुमार ने सवाल किया कि प्रदेश में भंडारण क्षमता के अभाव में दक्षिण भारतीय राज्य में इथेनॉल भेज रहा है और अभी 15 करोड़ लीटर के आसपास इसका भंडारण हो पा रहा है. मंत्री नीरज कुमार ने कहा कि भंडारण की कोई दिक्कत नहीं है.
बिहार विधान परिषद में संजीव कुमार सिंह ने मांग रखी कि अलग-अलग प्रकार के दिव्यांगता जांच प्रमाण पत्र के लिए चिकित्सा बोर्ड जैसी सक्षम संस्थानों की संख्या लगभग 10 है. बिहार के विभिन्न हिस्सों में जांच की व्यवस्था करने की मांग की. इस पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा.
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बेतिया राज की संपत्तियों को निहित करने वाला बिल
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र (Bihar Vidhansabha Winter Session) का आज दूसरा दिन है. आज भी सदन में हंगामे के आसार हैं. वही सदन में सरकार आज दो बिल पेश करेगी.राज्य सरकार बेतिया राज की जमीन अधिग्रहण करने की तैयारी में हैं. इसको लेकर सरकार सदन में विधेयक पेश करेगी. भूमि सुधार विभाग के मंत्री दिलीप कुमार जायसवाल की ओर से बेतिया राज की संपत्तियों को निहित करने वाला बिल 2024 सदन के पटल पर रखेंगे.
बिल पारित होने के बाद बेतिया राज की 7960 करोड़ की जमीन बिहार सरकार के अधिकार में आ जाएगा. फिलहाल राज्य सरकार बेतिया राज की संपत्ति की देखरेख करती है. एडीएम रैंक के अधिकारी मैनेजर के तौर पर नियुक्त किए जाते हैं. जानकारी के मुताबिक, बेतिया राज की जमीन बिहार के पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी के अलावा उत्तर प्रदेश में भी हैं.