वीआइपी के संस्थापक व पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने कहा कि लालू यादव का शासनकाल सही मायने में गरीबों के लिए मंगलराज था. जो गरीब जमीन पर बैठते थे, उस दौर में उन्हें भी बैठने के लिए कुर्सी नसीब हुई. सहनी शुक्रवार को पूर्णिया में आर्ट गैलरी में एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
लालू राज में पिछड़ी जातियों को मिला लाभ
सहनी ने कहा कि इतिहास गवाह है जब यादव जाति के लोगों ने एकजुट होकर लालू यादव को नेता माना और जब वे बिहार के मुख्यमंत्री बने, तो न केवल यादव जाति के लोगों को फायदा हुआ, बल्कि पिछड़ी जातियों को भी इसका लाभ मिला. जो हमलोगों पर राज करता था, अब जब उन्हें तकलीफ हुई, तब उसने उस दौर को जंगलराज का नाम दे दिया.
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आज के हालात हैं जगलराज
राज्य के पूर्व मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) ने कहा कि सही अर्थों में आज जो हालात हैं, उसे जंगलराज कहना चाहिए. आज आपकी सुनने वाला कोई नहीं. थाना, प्रखंड कार्यालय में निषादों, गरीबों, पिछड़ों की सुनी नहीं जाती, गाली दे दी जाती है.
जमीन म्यूटेशन कराने के लिए देनी पड़ती है रिश्वत
अगर जमीन म्यूटेशन कराना है, तो दो महीने घूमना होगा और रिश्वत देनी होगी. ऐसी स्थिति में अब खुद तय कर लें इसे कौन सा राज कहेंगे. उन्होंने लोगों से आह्वान करते हुए कहा कि इस समय को बदले, हमें वही लालू यादव जैसा राज चाहिए जिसमें गरीब, दलित, पिछड़ा सर उठाकर जी सके.