अररिया जिले के रानीगंज के प्रखंड विकास पदाधिकारी रितम कुमार चौहान (Raniganj BDO Arrested) को पटना से आई विशेष निगरानी की टीम ने मंगलवार की देर रात उनके आवास से डेढ़ लाख रूपये नगद घूस के रकम के साथ गिरफ्तार किया. विशेष निगरानी की टीम ने रानीगंज बीडीओ के साथ प्रखंड कार्यालय के सहायक लेखापाल आदित्य प्रियदर्शी को भी हिरासत में लिया है. प्रखंड उप प्रमुख कलानंद सिंह उर्फ कैलू सिंह की शिकायत पर निगरानी विभाग की टीम ने यह कार्रवाई की. निगरानी के डीएसपी चंद्रभूषण कुमार के नेतृत्व में टीम ने यह कार्रवाई की.
डेढ़ लाख मांगी थी घूस
रानीगंज उप प्रमुख कलानंद सिंह से पहले भी 15 लाख की सरकारी योजना में मैटेरियल सप्लाई के लिए दस फीसदी कमीशन के तौर पर डेढ़ लाख रूपये घूस की मांग की गई थी. जिसके पेमेंट के लिए बराबर रानीगंज बीडीओ के चक्कर लगा रहा था. लेकिन वरीय अधिकारियों के आदेश के बावजूद रानीगंज बीडीओ रितम कुमार चौहान पेमेंट के लिए चेक नहीं काट रहा था. पेमेंट की राशि की चेक काटने के एवज में बीडीओ ने अपने कार्यालय सहायक लेखापाल आदित्य प्रियदर्शी के माध्यम से उप प्रमुख से डेढ़ लाख रूपये की मांग की.
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बीडीओ लेखपाल के जरिए करने वाला था वसूली
उप प्रमुख कलानंद सिंह ने जब लेखपाल मांग को लेकर बीडीओ से बात की तो उन्होंने भी घूस के पैसे दिए जाने की बस ही चेक कटने की बात कही. जिसके बाद उप प्रमुख ने निगरानी विभाग को शिकायत की. शिकायत के बाद पटना से आई निगरानी विभाग की टीम दिनभर रानीगंज में कैंप करती रही और फिर देर रात को जब उप प्रमुख कलानंद सिंह द्वारा रानीगंज बीडीओ के आवास पर घूस की रकम पहुंचाई गई तो निगरानी की टीम ने पीछे से धावा बोलते हुए बीडीओ (Raniganj BDO Arrested) को डेढ़ लाख रूपये घूस के रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया.
लेखपाल और बीडीओ दोनों पकड़े गए
रानीगंज बीडीओ रितम कुमार चौहान के साथ लेखापाल आदित्य प्रियदर्शी को भी निगरानी की टीम ने पकड़ा है. मौके पर निगरानी के डीएसपी चंद्रभूषण कुमार ने बताया कि उप प्रमुख कलानंद सिंह के द्वारा शिकायत की गई थी कि पंद्रह लाख रूपये के सरकारी योजना में रानीगंज बीडीओ दस फीसदी के तौर पर घूस की मांग कर रहे हैं. उप प्रमुख के शिकायत के आलोक में निगरानी के द्वारा बिछाए गए जाल के तहत उप प्रमुख द्वारा बीडीओ को डेढ़ लाख घूस की रकम दी गई तो उन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया.
देर रात हुई निगरानी की छापेमारी
साथ ही लेखापाल आदित्य प्रियदर्शी को भी गिरफ्तार किया गया. निगरानी विभाग की ओर से की गई कार्रवाई से हड़कंप मच गया. देर रात तक निगरानी की टीम बीडीओ के आवास पर अन्य शिकायत के आलोक में छापेमारी करती रही. स्थानीय लोगों को निगरानी की कार्रवाई की जानकारी मिलने के बाद बड़ी संख्या में लोग बीडीओ के आवास के बाहर जमा हो गए.