BPSC 67वीं PT परीक्षा का प्रश्न पत्र एग्जाम शुरू होने से पहले सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. दावा किया जा रहा है कि परीक्षा से पांच-सात मिनट पहले सी सेट का पेपर बाहर आ गया. इसके बाद हड़कंप मच गया. इधर, परीक्षा नियंत्रक अमरेन्द्र कुमार ने दैनिक भास्कर को बताया कि आयोग एनालिसिस कर रहा है। तीन सदस्यीय टीम गठित की गई है। टीम जांच रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर देगी.
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC 67वीं PT) इसकी जांच करेगा कि ये आरोप कितने सही हैं और कितने गलत. अगर परीक्षा से पहले प्रश्न वायरल हुए तो फिर परीक्षा फिर से ली जा सकती है. इस पर फैसला आयोग को ही लेना है. परीक्षा नियंत्रक ने बताया कि आरा के एक सेंटर से बहिष्कार की जानकारी मिली है.
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आरा में परीक्षार्थियों को अलग कमरे में बैठायाब
ताया जा रहा है कि आरा के कुंवर सिंह कॉलेज स्थित परीक्षा केंद्र पर जमकर हंगामा हुआ. परीक्षार्थियों का आरोप था कि केंद्र पर समय से पेपर नहीं दिया गया. साथ ही अलग कमरे में बैठाकर कुछ परीक्षार्थियों को मोबाइल के साथ एग्जाम दिलाया जा रहा था.
बताया जा रहा है कि परीक्षा केंद्र पर जब परीक्षा पत्र देने में विलंब हुआ तो कई परीक्षार्थी अपने कमरे से बाहर निकल कर केंद्राधीक्षक से देर होने का कारण पूछने के लिए आए. यहां परीक्षार्थियों ने देखा कि केंद्र के दो ऐसे कमरे है, जो बंद है, लेकिन वहां परीक्षार्थी बैठे हुए हैं.
जब उम्मीदवार उस कमरे के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि उस कमरे में कई परीक्षार्थियों को पेपर दिया गया है। वो परीक्षा भी दे रहे हैं। इसके बाद इसकी सूचना भोजपुर के बड़े अफसरों को दी गई.
छह लाख से ज्यादा आवेदन आए थे
रविवार को प्रारंभिक परीक्षा 38 जिलों के 1083 केंद्रों पर दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक आयोजित हुई. कुमार ने बताया कि 802 पदों के लिए 6 लाख 2 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था. 5 लाख 18 हजार अभ्यर्थियों ने शनिवार शाम 4 बजे तक एडमिड कार्ड डाउनलोड कर लिया था.