Bihar News: शिक्षा विभाग में केके पाठक के आने के बाद लगातार वो सुर्खियों में बने हुए हैं. सरकारी स्कूलों की हालत सुधारने की कवायद के बाद विभाग अब वेस्ट मैनेजमेंट की दिशा में आगे बढ़ रहा है. मिड डे मील के लिए लाए गए अनाज की खाली बोरे के दाम में इजाफा कर दिया गया है. वो विभाग इस बोरे को 20 रुपये में बेचेगा.
मध्यान भोजन निदेशक ने आदेश जारी किया है. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के आदेश पर यह निर्देश जारी किया गया है.
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पैसे का कहा होगा उपयोग…
Bihar News: प्रधानाध्यापक गनी बैग बेचकर प्राप्त की गई राशि को जिलों में संचालित राज्य योजना मद के तहत खोले गये बैंक खाते में जमा करेंगे. यही नहीं गनी बैग से प्राप्त विद्यालयवार राशि को जिला कार्यालय के द्वारा एकत्रित कर सभी को एक रूप से चेक बनाकर सम्पूर्ण राशि को कोषागार द्वारा चालान पारित कराकर निदेशालय में सौंपेंगे.
आदेश में कहा गया है कि द्वितीय त्रैमास 2023-24 से उपरोक्त निर्धारित दर से आपूर्ति किये गये खाद्यान्न के खाली बैग को बिक्री कराने के लिए अपने स्तर से सभी संबंधित को निदेश देना सुनिश्चित करेंगे. गनी बैग के बिक्री से प्राप्त राशि को कोषागार द्वारा चालान पारित कराकर जमा करने के उपरान्त निदेशालय को संसूचित करना सुनिश्चित करेंगे.
दोगुनी की गई है बोरे की राशि…..
शिक्षा विभाग ने गनी बैग की राशि को दुगुनी कर दी है. 10 रुपए प्रति बोरा के हिसाब से यह गनी बैग बेची जाती है. जिसे बढ़ा कर बीस रुपए कर दी है.
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पुराने आदेश में संशोधन…
शिक्षा विभाग में इसके पहले 2016 में बोरे का दाम तय किया था. इसके बाद वर्ष 2021 और फिर 2023 में ये फैसला लिया गया है. हम बता दें कि, बिहार सरकार स्कूलों में मिड डे मील के जरिए गरीब बच्चों को दोपहर का खाना देती है. इसके पीछे मकसद है कि गरीब बच्चे स्कूल तक पहुंचे. मजदूरी करने वाले परिवार के बच्चे को सही पोषाहार भी मिले. खाने के बहाने वे स्कूल आकर साक्षर हो.