Cast Census: बिहार सरकार ने जाति आधारित गणना के आंकड़े जारी कर दिए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इन आंकड़ों के जारी होने के बाद जाति आधारित गणना में लगी पूरी टीम को बधाई देते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि इससे न केवल जातियों के बारे में पता चला है बल्कि उनकी आर्थिक स्थिति की जानकारी भी मिली है.
नीतीश कुमार ने लिखा, “इस गणना (Cast Census) पर निर्णय बिहार विधानसभा में सभी नौ दलों की सहमति से लिया गया था.” साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, “जल्द ही बिहार विधानसभा में उन्हीं 9 दलों की बैठक बुलाई जाएगी और जाति आधारित गणना के परिणामों से उन्हें अवगत कराया जाएगा.”
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जाति आधारित गणना में बिहार की आबादी को 13,07,25,310 बताया गया है. इसमें पिछड़ा और अति पिछड़ा वर्गों की कुल आबादी 63 फ़ीसद जबकि अनुसूचित जाति क़रीब 19.65 फ़ीसद और सामान्य वर्ग 15 फ़ीसद से अधिक बताए गए हैं.
“इसके तहत 7 जनवरी 2023 से 31 जनवरी 2023 तक मकानों का नंबरीकरण किया गया और लिस्ट बनाई गई. दूसरे चरण में राज्य के सभी व्यक्तियों की जनगणना का काम 15 अप्रैल 2023 को शुरू किया गया.”
“इसमें जिला स्तर के पदाधिकारियों को अलग अलग ज़िम्मेदारियां दी गईं और युद्ध स्तर पर ये कार्य संपन्न हुआ. 5 अगस्त 2023 को सारे आंकड़े बनाकर मोबाइल ऐप के जरिए उसे जमा किया गया.”
“बिहार में कुल सर्वे परिवारों की कुल संख्या दो करोड़ 83 लाख 44 हजार 107 है और इसमें कुल जनसंख्या 13 करोड़ 7 लाख 25 हजार 10 है.” “इसमें अस्थाई प्रवासी स्थिति में 53 लाख 72 हजार 22 लोग हैं.”