थाईलैंड के फुकेट इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एअर इंडिया की फ्लाइट AI-379 की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. यहां प्लेन में बम (Bomb in Air India) होने की सूचना मिली थी. विमान में 156 लोग सवार थे. फ्लाइट फुकेट से दिल्ली आ रही थी.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने फ्लाइट ट्रैकर ‘फ्लाइट्रेडर24’ के हवाले से बताया कि एअर इंडिया की फ्लाइट ने फुकेट एयरपोर्ट से भारतीय समयानुसार सुबह 9.30 बजे (स्थानीय समयानुसार दोपहर 2.30 बजे) टेकऑफ किया था.
सभी यात्री और क्रू सेफ
विमान अंडमान सागर के ऊपर एक बड़ा घेरा बनाते हुए पलटा और इसके बाद फुकेट में सुरक्षित इमरजेंसी लैंडिग की. सभी यात्री और क्रू सेफ हैं, किसी को भी कोई नुकसान नहीं हुआ है.
नेशन थाईलैंड ने बताया कि बम (Bomb in Air India) की धमकी मिलते ही फुकेट एयरपोर्ट ने एयरपोर्ट कंटिन्जेंसी प्लान (ACP) एक्टिवेट कर दिया. एयरपोर्ट अफसरों ने कहा कि धमकी को लेकर सभी जरूरी कदम उठाए गए हैं. ज्यादा जानकारी मिलने पर अपडेट दिया जाएगा. विस्तृत खबरों को हम लगातार अपडेट कर रहे हैं..
ये भी पढ़ें..
- अहमदाबाद में एअर इंडिया का प्लेन क्रैश, 242 यात्री थे सवार, लंदन जा रहा था विमान
- आखिरी सेल्फ़ी, प्लेन हादसे में पूरे परिवार की मौत, लंदन सेटल होने जा रही थी पूरी फैमिली
- अहमदाबाद विमान हादसे में गुजरात के पूर्व CM विजय रूपाणी की मौत, अब तक 100 से अधिक शव मिले
कल अहमदाबाद में एअर इंडिया प्लेन क्रैश हुआ था, 265 शव मिले
एअर इंडिया का विमान 12 जून को अहमदाबाद में क्रैश हुआ था. इसमें अब तक 265 लोगों के शव बरामद कर लिए गए हैं. इनमें से 241 मृतक विमान में सवार पैसेंजर्स और क्रू मेंबर्स थे. 5 मृतक उस मेडिकल हॉस्टल के हैं, जहां प्लेन क्रैश हुआ था.
विमान जिस बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल पर गिरा, वहां 50 से ज्यादा लोग मौजूद थे. हालांकि, अभी यह क्लियर नहीं हुआ है कि हॉस्टल में कितनी मौतें हुई हैं. 4 MBBS छात्र और एक डॉक्टर की पत्नी के मारे जाने की खबर आ रही है.
एअर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI-171 ने गुरुवार दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी. इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। दो मिनट बाद ही फ्लाइट क्रैश हो गई.
इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे. बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे. मृतकों में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रूपाणी भी शामिल हैं, जबकि सिर्फ एक यात्री की जान बची है.