यूट्यूबर मनीष कश्यप (Youtuber Manish Kashyap) के बाद उसके साथी नागेश कश्यप उर्फ नागेश सम्राट को गिरफ्तार किया गया है. आर्थिक अपराध ईकाई (EOU) ने उसे बुधवार को गिरफ्तार किया है. बताया जा रहा है कि मनीष की गिरफ्तारी के बाद से वो लगातार सोशल मीडिया पर उसके लिए प्रचार प्रसार कर रहा था
नागेश ने यूट्यूबर मनीष कश्यप (Youtuber Manish Kashyap) की गिरफ्तारी के बाद कई पोस्ट किए. इनमें EOU के ऑफिस के बाहर की फोटो के साथ लिखा कैसे छोड़ दूं तुझे इस दुख की घड़ी में… एक पोस्ट में नागेश ने लिखा- जब एक आम घर का लड़का बिहार वासियों की आवाज बन जाता है तो बड़े-बड़े नेताओं का शिकार हो जाता है. जो मनीष कश्यप सन ऑफ बिहार के साथ किया गया है.
कोर्ट में बुधवार को अर्जी दी है
EOU ने आज मनीष कश्यप की रिमांड बढ़ाने के लिए कोर्ट में बुधवार को अर्जी दी है. संभावना है कि कोर्ट की ओर से आज इस पर आदेश आ सकता है. कल 24 घंटे की रिमांड में उससे कड़ी पूछताछ हुई है. इधर मनीष की गिरफ्तारी के विरोध में आज बिहार बंद बुलाया गया है.
मनीष कश्यप से हुई लंबी पूछताछ, रिमांड अवधि बढ़ाने के लिए अर्जी दाखिल: 24 घंटे की रिमांड पर जेल से लाए गए यूट्यूबर मनीष कश्यप से आर्थिक अपराध इकाई (EOU) की टीम ने लंबी पूछताछ की. सूत्रों के अनुसार दिन से लेकर रात तक में कई सवाल पूछे गए. इसमें पटना के जक्कनपुर में घायल मजदूरों के फर्जी वीडियो को लेकर भी सवाल किए गए.
ये भी पढ़ें: PM Surya Ghar Yojana: घर बैठे अप्लाई करें पीएम सूर्य घर योजना, फ्री मिलेगी 300 यूनिट बिजली!
6.50 लाख के घाटे में दिखाए
कंपनी ‘सचतक’ को पहले 6.50 लाख के घाटे में दिखाए जाने और फिर उसी से 40 लाख रुपए सैलरी के रूप में उसने और उसके दोस्त मणि द्विवेदी ने कैसे लिए? ये खेल किस तरह से खेला गया? इस बारे में भी उससे पूछताछ हुई.
सूत्रों के अनुसार पूछताछ के दौरान कुछ और लोगों के खिलाफ जांच एजेंसी को क्लू मिले हैं. उनकी तलाश में कुछ जगहों पर छापेमारी भी की गई है. दूसरी तरफ मनीष कश्यप की रिमांड आज खत्म हो रही है. इसलिए आर्थिक अपराध इकाई ने मनीष कश्यप की रिमांड बढ़ाने के लिए बुधवार को कोर्ट में अर्जी दी है. संभावना है कि गुरुवार को कोर्ट की तरफ से आदेश दिया जा सकता है.
EOU के ऑफिस के बाहर चक्कर लगा रहा था नागेश: मनीष कश्यप के जिस दोस्त नागेश कश्यप उर्फ नागेश सम्राट को गिरफ्तार किया गया है, वो लगातार पटना में आर्थिक अपराध इकाई के ऑफिस के बाहर घूम रहा था. यही नहीं, EOU के ऑफिस के बाहर खड़े होकर उसने फोटो खिंचाई. साथ ही वो फोटो के साथ कंटेंट लिखकर अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट भी कर रहा था. इसके सबूत भी जांच एजेंसी के हाथ लगे हैं.
Youtuber Manish Kashyap को बेतिया से पटना लाने का वीडियो किया था वायरल: नागेश कश्यप EOU की रडार में तब आया, जब बेतिया में सरेंडर करने के बाद मनीष कश्यप को पटना लाया जा रहा था. EOU की टीम ने वहां जब मनीष को अपनी गाड़ी में बैठाया था, तब नागेश ने अपने मोबाइल से एक वीडियो बनाया था.
पुलिस कस्टडी में बैठे मनीष को अपना हाथ दिया था. इस वीडियो को नागेश ने वायरल कर दिया था. इसके बाद ही वो जांच एजेंसी की नजर में आया. इसके बाद ही उसकी पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया.
4 FIR के डिटेल्स मिले हैं.
पहले से नागेश पर दर्ज हैं कई केस: गिरफ्तारी के बाद EOU ने नागेश की कुंडली खंगाली. मूल रूप से ये आरा का रहने वाला है. इसने हिन्दू पुत्र नाम का एक संगठन भी बना रखा है. EOU के अनुसार इसके ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. जिनमें 4 FIR के डिटेल्स मिले हैं.
इनमें 3 FIR पटना के फुलवारी शरीफ थाना में दर्ज है. जबकि, एक मामला कोतवाली थाना में. ये दो बार जेल जा चुका है. फुलवारी शरीफ में हुए धार्मिक हिंसा के केस में ये जेल गया था. फिर कश्मीरियों की पिटाई के मामले में अपने दोस्त मनीष कश्यप के साथ कोतवाली थाना से गिरफ्तारी के बाद जेल गया था. इसके खिलाफ दूसरे थानों में दर्ज केस के बारे में पता लगाया जा रहा है.