यूट्यूबर मनीष कश्यप (Manish kashyap) के सहयोगी मणि द्विवेदी के ठिकाने पर रविवार को आर्थिक अपराध इकाई की छापेमारी चल रही है. जांच एजेंसी की एक टीम राजधानी पटना के महेश नगर रोड नंबर 0 पहुंची है.
मनीष पटना आने पर यहीं ठहरा करता था. छापेमारी की यह कार्रवाई मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में चल रही है. पटना में अब तक टीम के हाथ कोई सबूत लगा है या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है. मगर, EOU की तरफ से इतना जरूर बताया गया है कि उनकी टीम मनीष कश्यप के खिलाफ लगातार नए एविडेंस तलाश रही है.
न पार्टनर मिला और न ही मोबाइ
इस वक्त EOU को मनीष से जुड़े दो चीजों की तलाश है. पहला मनीष कश्यप की कंपनी ‘सच तक’ में पार्टनर मणि द्विवेदी. जो कई दिनों से फरार चल रहा है. इसकी तलाश में टीम ने कुछ जगहों पर छापेमारी की है. मगर, ये अपना ठिकाना बदल रहा है.
जांच एजेंसी को दूसरी तलाश मनीष कश्यप के उस मोबाइल की है, जिससे वो वीडियो बनाया करता था. मोबाइल की तलाश में शुक्रवार को नोएडा में यूपी पुलिस के साथ छापेमारी हो चुकी है. अब पटना में खंगाला जा रहा है. सूत्र बताते हैं कि जिस मोबाइल की तलाश जांच एजेंसी को है, अगर वो बरामद हो गई तो कई महत्वपूर्ण एविडेंस उनके हाथ लग सकती है. जिसके बाद कई और लोगों के असली चेहरे सामने आने की संभावना है.
EOU अफसरों का कहना है कि
मनीष कश्यप (Manish kashyap) न सही बात बता रहे हैं और न ही कोर्ट में सही जानकारी दे रहें. मनीष कश्यप के बताए जगह पर मोबाइल तलाशने EOU के डीएसपी शुक्रवार को नोएडा पहुंचे थे. जिस चीज की तलाश में टीम बिहार से वहां गई, घंटों तलाशने के बाद भी वो नहीं मिली. टीम ने फ्लैट का चप्पा-चप्पा खंगाल दिया था. नोएडा के सेक्टर-70 में मनीष कश्यप ने एक फ्लैट ले रखा है.
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टीम ने इसी फ्लैट पर छापेमारी की है. टीम को इसके और दो ठिकानों का पता चला है. अब जल्द ही उन ठिकानों पर भी छापेमारी होगी.
EOU को मोबाइल की है तलाश
दरअसल, आर्थिक अपराध इकाई को मनीष कश्यप के उस मोबाइल की तलाश है, जिससे वो वीडियो बनाया करता था. फिर उसे सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया करता था.
सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी ने ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया से मनीष कश्यप की तरफ से अपलोड किए गए वीडियो से संबंधित एविडेंस जुटा लिए हैं, लेकिन डिजिटल एविडेंस को और पुख्ता करने के लिए EOU उस मोबाइल को जब्त करना चाहती है, जिससे उसने वीडियो बनाए। ताकि फोरेंसिक टेस्ट कराकर डिजिटल एविडेंस को और भी पुख्ता कराया जा सके.
बनारस में शूट हुआ मां के साथ वाला वीडियो
EOU की जांच में एक बड़ी सच्चाई सामने आई है. दरअसल, बेतिया में सरेंडर करने के बाद मनीष कश्यप को EOU ने अपनी कस्टडी में लिया था. उसके कानूनी गिरफ्त में आने के बाद उसके लोगों ने एक इमोशनल वीडियो को वायरल किया था. जिसमें मनीष कश्यप अपनी मां के साथ था.
उस वीडियो में उसने अपनी तुलना भगत सिंह से की थी. साथ ही कहा था कि उम्मीद है कि आपलोग मेरी मां के आंख में आंसू नहीं आने देंगे. पता चला है कि इस वीडियो को बेतिया स्थित गांव के घर में नहीं, बल्कि बनारस में खास तौर पर शूट किया गया था.
सोनीपत में 4 दिन रहा था मनीष कश्यप
तमिलनाडु में बिहारियों की पिटाई का फर्जी वीडियो वायरल किए जाने के बाद जब EOU ने जांच की. एक के बाद एक तीन केस दर्ज किए. तब खुद को गिरफ्तारी से बचाने के लिए मनीष कश्यप (Manish kashyap) बिहार छोड़कर फरार हो गया था. अब जांच एजेंसी को पता चला है कि मनीष कश्यप नोएडा, दिल्ली होते हुए हरियाणा के सोनीपत गया था. पूरे 4 दिन वहां रहा था.
बनारस होते हुए आया था पटना
इन सब बातों की लीड EOU को मिल चुकी थी. इसी आधार पर जो टीम बिहार से नोएडा गई थी, वहीं टीम शनिवार को सोनीपत गई. फिर वहां मदद करने वाले एसोशिएट का पता चला. जिनकी कुंडली खंगाली जा रही है.
सूत्र बताते हैं कि मनीष कश्यप सोनीपत से बनारस आया था. वहीं, उसने अपनी मां के साथ वीडियो शूट किया, फिर वहां से पटना आ गया. जब इसके घर कुर्की जब्ती शुरू हुई तो बेतिया जाकर खुद को सरेंडर कर दिया. फिलहाल वो सोमवार की शाम तक EOU की रिमांड पर है. उससे कई मामलों में पूछताछ अब भी चल रही है.