होमताजा खबरBuxar: मेहनत के बदौलत असिस्टेंट प्रोफेसर बना मजदूर का बेटा

Buxar: मेहनत के बदौलत असिस्टेंट प्रोफेसर बना मजदूर का बेटा

Buxar: चौसा. जिले के चौसा में एक मजदूर का बेटा अपनी कड़ी मेहनत के बदौलत असिस्टेंट प्रोफेसर बन गया. उसकी सफलता से उसके परिवार समेत पूरे इलाके में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है. चौसा नगर पंचायत के कृष्णापुरी निवासी पेशे से मजदूरी करने वाले रामचीज सिंह का पुत्र धर्मेन्द्र कुमार का चयन उच्च शिक्षा विभाग द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय के गार्गी कॉलेज में दर्शनशास्त्र विषय में असि स्टेंट प्रोफे सर पद के चयनीत हुआ है. उसकी सफलता से पूरे नगर में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है.

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बात-चीत में धर्मेन्द्र ने बताया कि

धर्मेन्द्र की बुनियादी शिक्षा बालक मध्य विद्यालय चौसा (Buxar) तथा +2 हाई स्कूल चौसा में हाई स्कूल तक पढ़ाई हुई. स्नातक और परास्नातक इलाहाबाद विश्वविद्यालय से पास किया. इस प्रतिभावान छात्र ने परास्नातक की पढ़ाई करते समय ही नेट/जेआरएफ की परीक्षा पास कर लिया था. बात-चीत में धर्मेन्द्र ने बताया कि यह उसका अखिरी मुकाम गरीब व असहाय तबके के बीच से आनेवाले बच्चों को शिक्षित करना और उनकी जरूरतें पुरी करते हुए उन्हें काबिल बनाना है.

धर्मेन्द्र ने यह भी कहा कि यहां तक पहुंचने में जो सफलता हासिल किया हूं उसका पूरा श्रेय हमारे माता-पिता व पुरे परिवार का है. धर्मेन्द्र पूर्व जिप सदस्य डॉ मनोज कुमार यादव के सबसे छोटा भाई हैं. यह तीन भाई और एक बहन है. धर्मेन्द्र के मां की मृत्यु 2012 में गई थी. पिताजी मजदूरी करके पढ़ाई लिखाई कराये.

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